ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल में ममता की पार्टी जीती, खुद चुनाव हारीं

ममता बनर्जी ने आज पश्चिम बंगाल  विधान सभा चुनाव-2021 में शानदार जीत हासिल की लेकिन वे स्वयं नंदीग्राम में भाजपा के सुवेन्दु अधिकारी से हार गईं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा ‘मैं नंदीग्राम के फैसले को स्वीकार करती हूं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। चिंता न करें।’ तृणमूल कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की।

उन्होंने कहा, “मुझे खबर मिली है कि इसके पीछे कोई साजिश और दुर्नीति हुई है। इसके खिलाफ मैं कोर्ट जाऊंगी और सच्चाई को उजागर करूंगी।”

भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी अपने मुख्यमंत्रीत्व को किस नैतिक आधार पर जायज ठहराइंगी? ममता बनर्जी की हार तृणमूल की भारी जीत पर धब्बा है।

ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता कोविड-19 से निपटने की है। उन्होंने केन्द्र से राज्य में सभी को फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए कहा।

एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा ‘‘न तो एंटीइन्कंबैंसी का नारा चला, न वोटों का धुव्रीकरण। अलबत्ता यह जरूर हुआ कि भाजपा की केन्द्रीय सत्ता और पार्टी दोनों को भारी धक्का पहुँचा।

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की जीत यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि कोई जुमला नहीं चलता, जमीन की हकीकत को समझना होता है, जिसे भाजपा के रणनीतिकार नहीं समझे। सभी आक्रामक होकर यु़द्ध लड़ रहे थे। उसने यह भी कहा कि अकेली ममता बनर्जी ने देश के खाटी राजनीतिज्ञों दिखा दिया कि चुनावी रणनीति क्या होती है।’’

चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार शाम 07:25 बजे तक विधानसभा चुनाव के लिए उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल में 292 विधानसभा सीटों में टीएमसी 188 सीटों पर आगे है जबकि भाजपा 74 सीटों पर आगे चल रही है। एक पर निर्दलीय आगे है।

आल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस के 25 और भाजपा के 4 उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं। एक पर निर्दलीय जीता हैं।