Nirmala

बढ़ते व्यापार युद्ध से निपटने के लिए वैश्विक समन्वय की आवश्यकता

केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि बढ़ते व्यापार युद्ध (trade wars) और संरक्षणवाद, भूराजनीतिक अनिश्चितताओं और उच्च संचित ऋण स्तर से निपटने के लिए वैश्विक समन्वय (global coordination) की आवश्यकता है और हमें मंदी के संकट में बदलने की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है।

सीतारमण (Nirmala Sitharaman) वाशिंगटन डीसी (Washington DC) में  शुक्रवार को आईएमएफ (IMF)  एवं विश्व बैंक (World Bank) की मंत्रीस्तरीय समिति डेवलपमेंट कमिटी के वर्किंग लंच (Working Lunch) सेशन में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं।

वित्त मंत्री फिलहाल आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक एवं अन्य संबद्ध बैठकों में भाग लेने के लिए वाशिंगटन डीसी के आधिकारिक दौरे पर हैं।

वित्त मंत्री ने  उल्लेख किया कि व्यापार युद्ध एवं संरक्षणवाद के कारण अनिश्चितताएं पैदा हुई हैं जो अंततः पूंजी, वस्तुओं एवं सेवाओं के प्रवाह को प्रभावित करेंगी।

निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय कराधान एवं मुद्रा में स्थिरता विषय पर विचार-विमर्श हुआ।

डिजिटलाइजेशन के कारण पैदा होने वाली कर चुनौतियों पर सर्वमान्‍य समाधान तलाशने के संबंध में चर्चा के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि सांठगांठ और लाभ आवंटन संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्‍यकता है जो गंभीरतापूर्वक ध्यान आकर्षित करता है।

निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि समाधान ऐसा होना चाहिए जो लागू करने के लिए सरल, प्रशासन के लिहाज से सरल और अनुपालन के लिहाज से भी सरल हो।