Rail Line

बारांबंकी-सीतापुर में रेल लाइनों के विकास पर 15 सौ करोड़ रु खर्च होगा

नई दिल्ली, 26 मई (जनसमा)। उत्तर प्रदेश के बारांबंकी तथा सीतापुर जिले आगामी कुछ सालों में लगभग 1500 करोड़ रु. खर्च कर केन्द्र सरकार रेल लाइन के विस्तार और विकास के काम को पूरा करेगी। इससे इस क्षेत्र का व्यापार बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने 1295.42 करोड़ रुपए की लागत से रोजा-सीतापुर कैंट-बढ़वाल बड़ी लाईन सिंगल लाइन परियोजना के दोहरीकरण को मंजूरी दे दी। खर्च में प्रति वर्ष पांच प्रतिशत वृद्धि के साथ इस परियोजना के पूरा होने पर 1486.46 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

इस रेल लाइन की लंबाई 180.77 किलोमीटर होगी और यह पांच साल में पूरी होगी।

सीतापुर में बड़ा सैन्य प्रतिष्ठान है। इस डबल लाइन के पूरा होने पर वाया सीतापुर कैंट, गोरखपुर से दिल्ली निरंतर डबल लाइन ट्रैक उपलब्ध होगा।
बढ़वाल जंक्शन और रोजा जंक्शन के बीच इस लाइन के दोहरीकरण से क्षेत्र का सामाजिक, आर्थिक विकास होगा। इसके अतिरिक्त गोरखपुर से दिल्ली वाया सीतापुर कैंट तथा मुरादाबाद निरंतर दो लाईन का ट्रैक उपलब्ध होगा। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के बारांबंकी तथा सीतापुर जिले लाभान्वित होंगे।
रोजा-सीतापुर कैंट-बढ़वाल सिंगल लाइन सेक्शन है। एक तरफ गोरखपुर-लखनऊ डबल लाइन सेक्शन है तो दूसरी ओर दिल्ली-लखनऊ वाया मुरादाबाद भी डबल लाइन सेक्शन है।

बुढ़वाल-सीतापुर उत्तर पूर्व रेलवे के क्षेत्राधिकार मे आते हैं, जबकि सीतापुर-रोजा उत्तर रेलवे के क्षेत्राधिकार में है।

परियोजना मार्ग बढ़वाल जंक्शन (गोरखपुर-लखनऊ डबल लाईन सेक्शन) से शुरू हो रहा है और सीतापुर कैंट से होते हुए रोजा जंक्शन (दिल्ली-लखनऊ वाया मुरादाबाद डबल लाईन सेक्शन) से जुड़ता है।