राष्‍ट्रपति ने ‘मेक इन इण्डिया’ में शामिल होने के लिए चीनी निवेशकों से आग्रह किया

गुआंगझू, 25 मई। राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चीन के ग्‍वांगझू में बुद्धवार को भारत.चीन व्‍यापार मंच के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग की काफी संभावनाएं हैं, क्‍योंकि दोनों देश समान अवसर और चुनौतियों से दो चार हो रहे हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’और अन्‍य प्रमुख पहलों में शामिल होने के लिए चीनी निवेशकों और उद्यमियों का स्‍वागत करते है। भारत यह प्रयास करेगा कि उसके यहां चीनी निवेशकों का निवेश लाभकारी साबित हो। हमें दोनों अर्थव्‍यवस्‍थाओं के विकास के अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में हमारे संबंधों की स्थिरता इन अवसरों के उपयोग और साथ आने के लिए एक आधार उपलब्‍ध कराती है। हमारी आर्थिक साझेदारी की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए यह जरूरी है कि हमारे व्‍यापारिक समुदायों के बीच की खाई को पाटा जाए। भारत, चीन से अधिक निवेश के लिए अनुकूल माहौल उपलब्‍ध कराने को प्रतिबद्ध है। हम दोनों देशों के बीच विभिन्‍न क्षेत्रों में उद्योग एवं व्‍यापार को अधिक सहयोग देने के लिए तैयार खड़े हैं। हम चीन के निवेशकों को भारत की विकास गाथा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत एक युवा राष्‍ट्र हैं। हमारा प्राथमिक लक्ष्‍य एक आधुनिक अर्थव्‍यवस्‍था का निर्माण करना हैए जो सतत विकास के लिए जरूरी है। हम तेजी से इस उद्देश्‍य की ओर बढ़ रहे हैं और हमारे देश में एक सामाजिक.आर्थिक बदलाव आकार ले रहा है। हमारे लिए चीन की आर्थिक उपलब्धियां प्रेरणा स्रोत रही हैं। हम मानते है कि दो तरफा व्‍यापार और निवेश की ओर बढ़ने से दोनों देशों को इसका पारस्‍परिक लाभ मिलेगा।