व्यायाम से कम होते हैं हाइपरएक्टिविटी के लक्षण

अगर रोजाना थोड़ा वक्त भी व्यायाम किया जाए, तो यह वयस्कों में अटेंशन-डेफिसीट/हाइपरएक्टिविटी डिसॉर्डर (एडीएचडी) के लक्षणों से निजात दिलाने में मददगार है। एक नए शोध में यह बात सामने आई है। एडीएचडी के लक्षणों के बढ़ने से अवसाद, थका महसूस करना, काम नहीं करने की इच्छा करना और यहां तक कि यातायात दुर्घटनाएं भी हो सकती है।

लोगों की व्यायाम में रुचि जगाने के लिए मुंबई में मरीन ड्राइव पर डी़एऩ स्वास्थ्य द्वारा निर्मित खुले में संचालित जिम।

निष्कर्ष के मुताबिक रोजाना थोड़ा वक्त व्यायाम किया जाए, तो इससे वयस्कों में एडीएचडी के लक्षणों से निजात मिलती है। अगर नियंत्रण न किया जाए, तो लक्षणों के कारण तनाव जैसी गंभीर समस्या भी पैदा होती है।

अमेरिका के जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और शोध के वरिष्ठ लेखक पैट्रिक ओ’कोनोर ने कहा, “यह सर्वविदित है कि तनाव दूर करने और मूड ठीक करने में कसरत मददगार है और इसलिए यह एडीएचडी के लक्षणों से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।”

यह अध्ययन पत्रिका ‘मेडिसिन एंड साइंस इन स्पोर्ट्स एंड इक्सरसाइज’ में प्रकाशित हुआ है।