चक्रवाती तूफान

अम्फन से 24परगना, मेदिनीपुर, भद्रक, बालासोर ज़िले अधिक प्रभावित होंगे

चक्रवात अम्फन ( Amphan) तीव्र होकर सुपर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm AMPHAN) से दक्षिण और उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, भद्रक और बालासोर ज़िले के  सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका  है।

नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि आमतौर पर सुपर चक्रवात की रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति घंटे होती है।

उन्होंने कहा, अम्फन का सुपर साइक्लोन में रूपांतरण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 1999 में ओडिशा में  आये  चक्रवात के बाद बंगाल की खाड़ी की ओर से आने वाला  दूसरा सुपर साइक्लोन है।

प्रधान ने कहा कि ओडिशा में सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm AMPHAN) राज्य के उत्तर-पूर्वी भागों के तटीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा और भद्रक और बालासोर ज़िले  सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है।

उन्होंने कहा कि सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm AMPHAN) के  लैंडफॉल पर हवा की गति 195 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच हो सकती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक, एम महापात्र ने कहा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनापुर जिले में सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm Amphan) का सबसे बड़ा असर होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्देश दिए हैं कि चक्रवात अम्फन के मार्ग में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित निकालने के सभी आवश्यक उपाय किए जाएं और आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm Amphan) तूफान अब बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और आसपास के मध्य क्षेत्रों में केंद्रित है।

बीस मई की दोपहर तक सुपर चक्रवाती तूफान अम्फन (Super Cyclonic Storm Amphan)  पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप को पार करके सुंदरबन के निकट पहुंच जाएगा। इस दौरान 165 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की आशंका है।

तूफान के कारण आंध्र के उत्तरी तटीय क्षेत्र और यनम में मूसलाधार बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश के समुद्र तटीय इलाकों में 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है। राज्य के तटीय क्षेत्रों में इस तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है।