Delhi Violence

दिल्ली हिंसा में 35 की मौत, 48 एफआईआर दर्ज, 514 हिरासत में

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन तक हुए उपद्रव और हिंसा (Delhi violence) में अब तक 35 लोगों की मौतAmit Shah हुई है। हिंसा  के मामले में 48 एफआईआर दर्ज की जाचुकी है और 514 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जारही है।

केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह ने उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुऐ हालिया दंगों (Delhi violence) के मद्देनजर मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति (Law and Order situation in Delhi) का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक की।

बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, दिल्ली के पुलिस आयुक्त, विशेष सीपी, कानून और व्यवस्था, ने हिस्सा लिया।

शाह ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और उपद्रवियों और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाली बातों में रुचि न लैं।

दिल्ली पुलिस ने चैबीसों घंटे सहायता के लिए 22829334 और 22829335 हेल्पलाइन की स्थापना की है।

दिल्ली में उपद्रव और हिंसा (Delhi violence) में दिल्ली के 203 पुलिस स्टेशन में से केवल 12 पुलिस स्टेशन इन दंगों से प्रभावित हुए हैं, जो कुल पुलिस थानों का मात्र 4.2 प्रतिशत है।

गृह मंत्रालय ने भरोसा दिलाया है कि दिल्ली पुलिस जाति और धर्म से अलग समाज के सभी वर्गों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अनिवार्य रूप से बाध्य है।

समीक्षा बैठक से प्रमुख बातें :

  • उत्तर-पूर्वी दिल्ली के किसी भी दंगा प्रभावित (Delhi violence) पुलिस स्टेशन में पिछले 36 घंटों में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
  • जमीनी स्थिति में सुधार के मद्देनजर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा के आदेशों को कल कुल 10 घंटों के लिए शिथिल किया जाएगा।
  • अब तक, 48 प्राथमिकी, झड़पों से संबंधित, जान-माल और संपत्ति की हानि, आदि के मामले पंजीकृत हैं और आगे की प्राथमिकी को नियत समय में दर्ज किया जाएगा।
  • पुलिस ने अब तक 514 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जांच के क्रम में आगे की गिरफ्तारी होगी।
  • दिल्ली पुलिस ने गंभीर अपराधों की जांच के लिए अलग से दो एसआईटी का गठन किया है।
  • 24 फरवरी से पूर्वोत्तर जिले के प्रभावित इलाकों में लगभग 7,000 केंद्रीय अर्ध-सैन्य बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने तीन विशेष सीपी, छह संयुक्त सीपी, एक अतिरिक्त सीपी, 22 डीसीपी, 20 डीसीपी, 60 इंस्पेक्टर भी तैनात किए हैं।
  • दिल्ली में उपद्रव और हिंसा (Delhi violence) में 24 फरवरी से इन दुखद घटनाओं में 35 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
  • नागरिकों से अनुरोध है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। दिल्ली पुलिस ने चैबीसों घंटे सहायता के लिए 22829334 और 22829335 हेल्पलाइन की स्थापना की है। इन नंबरों को पर्याप्त प्रचार दिया जा रहा है ताकि किसी भी स्थिति के बारे में पुलिस को जानकारी दी जा सके।
  • कानून और व्यवस्था को बहाल करने के लिए दो सुरक्षाकर्मियों ने कत्र्तव्य निभातेे हुए अपनी जान कुर्बान कर दी। इसके अलावा, इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में लगभग 70 पुलिस कर्मी और वरिष्ठ अधिकारी घायल हुए हैं। घायलों को चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए गए हैं।
  • समाज के विभिन्न वर्गों के बीच विश्वास-निर्माण के उपाय के रूप में, दिल्ली पुलिस ने स्थिति को सामान्य बनाने और अंतर-सामुदायिक सद्भाव में सुधार के लिए दिल्ली भर में शांति समिति की बैठकें शुरू की हैं। ऐसी शांति समिति की बैठकें स्थिति सामान्य होने तक जारी रहेंगी।
  • पिछले दो दिनों में दिल्ली के विभिन्न जिलों में अब तक लगभग 330 शांति समितियों की बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं। इसके अलावा, रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशंस और मार्केट वेलफेयर एसोसिएशंस (के साथ कई इलाकों में मीटिंग बुलाई गई है।
  • इस तरह की शांति समितियों, सिविल सोसाइटी समूह, कांग्रेस, आप आदि सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों ने भाग लिया है।

पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने दंगा प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों की सफाई और क्षतिग्रस्त सार्वजनिक संपत्तियों की मरम्मत के लिए पहले ही कदम उठाए हैं। अन्य नागरिक एजेंसियां ​​भी नागरिकों को नागरिक सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए सुनिश्चित कर रही हैं। राजमार्ग और कनेक्टिंग सड़कों पर यातायात की आवाजाही सामान्य हो रही है।