राजस्थान को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए सिंगापुर से करार

जयपुर, 6 अक्टूबर (जस)। राजस्थान को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने तथा जयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए सिंगापुर और राजस्थान मिलकर काम करेंगे। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग एवं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में इसके लिए राज्य के पर्यटन एवं आधारभूत ढांचे के विकास के उद्देश्य से गुरूवार को उदयपुर के होटल उदयविलास में दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर में ‘सेंटर आफ एक्सीलेंस फार टूरिज़्म ट्रेनिंग’ के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया।

दोनो नेताओं ने इससे पहले वार्ता के दौरान राजस्थान सरकार और सिंगापुर के बीच विकास परियोजनाओं के लिए भागीदारी बढ़ाने के लिए सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सिंगापुर की तर्ज पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल और सर्विस सेवाओं के केन्द्र रूप में विकसित करने में यह भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।

सिंगापुर के प्रधानमंत्री लूंग ने मुख्यमंत्री राजे द्वारा राज्य में लागू किए गए श्रम सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि इससे निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना है। उनके साथ सिंगापुर से आए प्रतिनिधि मण्डल के साथ मुख्यमंत्री की अगुवाई में हुई उच्च स्तरीय बैठक में लूंग ने कहा कि आपके द्वारा लागू किए गए सुधार दूरदर्शितापूर्ण है और राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।

राजे ने कहा कि ईज ऑफ डूंइग बिजनेस की रैकिंग में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के को-ऑपरेटिव फेडरेलिज्म के सिद्धान्त के अनुसार राज्यों को विदेशों के साथ सीधे व्यावसायिक संबंध विकसित करने की छूट होने के चलते राजस्थान और सिंगापुर के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने पर्यटन, हॉस्पीटेलिटी और सेवा क्षेत्र के साथ-साथ खनन, जल प्रबंधन, शिक्षा, कौशल विकास आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रदेश में उपलब्ध संभावनाओं के बारे में बताया।

दोनों नेताओं ने राज्य में हाईवेज और टोल परियोजनाओं, खारे पानी को पीने योग्य बनाने, खनन कार्यों के दौरान पर्यावरण संरक्षण, मैट्रो रेल तथा हवाई सेवाओं आदि विकास परियोजनाओं तथा इनके लिए उपलब्ध संसाधनों पर विस्तार से चर्चा की।