Air Force

वायु सेना का संसार की 7 चोटियों के फतह का अभियान पूरा

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The Chief of the Air Staff, Air Chief Marshal B.S. Dhanoa and other senior Air Force Officers with the mountaineering expedition team, at Air Headquarters, in New Delhi on January 11, 2018.

भारतीय वायु सेना ने संसार की 7 चोटियों के फतह का अभियान पूरा कर लिया।  देश के लिए यह एक दुर्लभ उपलब्धि है।

वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने भारतीय वायु सेना के पर्वतारोहियों के एक दल का गुरूवार को एक समारोह में शानदार सम्मान किया। भारतीय वायु सेना भारत का पहला संगठन है जिसने 7 चोटियों का अभियान पूरा किया ।

इससे पहले दल के नेता ग्रुप कैप्टन आर सी त्रिपाठी ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ को बर्फ काटने वाली कुल्हाडी और तिरंगा झंडा भेंट किया।

देश के लिए यह गौरव की बात है कि भारतीय वायु सेना के पर्वतारोहियों का एक विशेषज्ञ दल 25 दिसम्बर, 2017 को 18:45 बजे अंटार्टिका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा झंडा और भारतीय वायु सेना के झंडे को गौरव के साथ फहरा कर वापस स्वदेश लौट आया।

वायु सेना के पर्वतारोहियों के इस दल ने पहले 6 विभिन्न महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों की चढाई की थी और मिशन सात शिखर पूरा करने के लिए अंटाकर्टिका में माऊंट विन्सन के लिए अंतिम अभियान पर गया था।

ग्रुप कैप्टन आर सी त्रिपाठी वीएम (जी) के नेतृत्व में 5 सदस्यी इस दल को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ पीवीएसएम एवीएसएम वाईएसएम वीएम एडीसी ने 8 दिसम्बर, 2017 को झंडी दिखा कर रवाना किया था।

वायु सेना प्रमुख ने दल द्वारा दूर की गई चुनौतियों और अभियान के दौरान बाधाओँ से लड़ने में बहादुरी के लिए दल की सराहना की।

उन्होंने दल को सभी महाद्विपों के सर्वोच्च पर्वतों पर तिरंगा झंडा लहराने के एेतिहासिक कार्य के लिए बधाई दी।

भारतीय वायु सेना साहसिक चुनौतियों को पूरा करने में हमेशा अग्रणी रही है। भारतीय वायु सेना का 7 चोटी मिशन सभी 7 महाद्वीपों के शीर्ष पर्वतों पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के उद्देश्य से किया गया था।

माऊंट एवरेस्ट पर 2005 में पहुंचने का इतिहास बनाने के बाद भारतीय वायु सेना ने 2008 में मिशन सात शिखर पर्वतारोहण अभियान की अप्रत्यशित श्रृंखला लांच की थी।

भारतीय वायु सेना अपने कर्मियों के लिए नियमित आधार पर साहसिक कार्यों और खेलों को प्रोत्साहित करती है और वायु सेना कर्मियों के साहस और शोर्य को महत्वपूर्ण स्थान देती है। शांति काल में साहसिक कार्यों में शामिल होने से सेना को मजबूती मिलती है नेतृत्व और साथी की भावना बढ़ती है तथा कारगर ढंग से निर्णय लिया जाता है।

भारतीय वायु सेना के इन करतबों से उसका नारा ‘गर्व से आसमान को छुओ’ सत्य प्रतीत होता है।