Siachen

सियाचिन से सेना ने 63 टन से अधिक कचरा बेस स्टेशन भेजा

नई दिल्ली, 19 सितंबर (जनसमा)।  सियाचिन में सेना  ने 63 टन से अधिक कचरा अपने बेस स्टेशन को भेज चुकी है। इन कचरों में पैकिंग सामग्री, बैरल और शीघ्र सड़ने वाली वस्तुएं शामिल हैं।

सियाचिन, दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है, जहां प्रत्येक वस्तु को दूरदराज इलाकों से लाया जाता है। ग्लेशियर से सभी प्रकार के कचरे को हटाना एक बडी चुनौती है, क्योंकि ये पर्यावरणीय खतरा बन सकते हैं।

सेना के जवान सियाचिन में फाइल फोटो आईएएनएस

सियाचिन में सेना 63 टन से अधिक कचरा अपने बेस स्टेशन को भेज चुकी है। इन कचरों में पैकिंग सामग्री, बैरल और शीघ्र सड़ने वाली वस्तुएं शामिल हैं। ये कचरे उन स्थानों पर पहुंचाए जाते हैं जहां इनका निपटान होता है। यांत्रिक रूप से गहरे गढ्ढे खोदे जाते हैं और उसमें इन कचरों का निपटान किया जाता है। ये स्थान नदियों के बहाव क्षेत्र से दूर होते हैं।

कचरे की बड़ी मात्रा को व्यक्तियों द्वारा पीठ पर लादकर, कुलियों, खच्चरों और कभी-कभी हेलीकॉप्टर द्वारा भी ढोया जाता है। सेना उच्चतम युद्ध क्षेत्र की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए हमेशा कदम उठाती रही है।