महिलाओं के खिलाफ हिंसा की भरपाई नहीं हो सकती : बान की-मून

संयुक्त राष्ट्र, 26 नवंबर । संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून का कहना है कि दुनिया महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा की भरपाई नहीं कर सकती और पूरी दुनिया में इस बात को बड़े पैमाने पर स्वीकार किया जा रहा है कि महिलाओं व लड़कियों के खिलाफ हिंसा मानव अधिकारों का उल्लंघन और सार्वजनिक तौर पर महामारी की तरह है। यह सतत विकास की राह में एक बड़ा रोड़ा है। (17:32)
हर साल 25 नवंबर को मनाए जाने वाले महिलाओं व लड़कियों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय हिंसा समापन दिवस के अवसर पर महासचिव ने अपने संदेश में कहा कि इस बारे में जागरूकता लाने और सार्थक रोकथाम के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है।

महिलाओं के खिलाफ हिंसा परिवारों, समुदायों और अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव डालता है।

मून ने कहा, “जब महिलाएं हिंसा के कारण काम नहीं कर पाती हैं तो उनकी नौकरी को खतरा होता है, जिससे उनकी आय बाधित होती है, जो अपमानजनक रिश्ते से बाहर निकलने, स्वायत्तता और जोखिम उठाने के लिए बहुत जरूरी है।” –आईएएनएस/सिन्हुआ