NDRF operation

क्या केरल में प्राकृतिक आपदा से लोगों को बचाया जा सकता था?

क्या केरल में प्राकृतिक आपदा  से लोगों को बचाया जा सकता था या उसके दुष्प्रप्रभाव को कम किया जा सकता था?

क्या केरल सरकार या उसके प्रशासनिक अधिकारियों ने मौसम की चेतावनियां को नजरअंदाज किया या उनके प्रति लापरवाही बरती?

भारत सरकार की माने तो ऐसा लगता है कि केरल में वहां की सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौसम की चेतावनियों पर ध्यान नहीं दिया और लोगों को उसकी सही और सटीक जानकारी नहीं दी।

हालांकि भारत सरकार ने केरल सरकार पर आधिकारिक रूप से सीधा-सीधा कोई आरोप नहीं लगाया है, लेकिन मौसम विभाग द्वारा सोमवार को जारी विज्ञप्ति से यही लगता है कि कई दिनों पहले से केरल सरकार को मौसम के हालात बताए जाते रहे किंतु उस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया।

वहां लोगों को इस बात के लिए तैयार नहीं किया गया कि आने वाले समय में मौसम बहुत खराब हो सकता है और प्राकृतिक आपदा आ सकती है या भारी बाढ़ और वर्षा हो सकती है।

मौसम विभाग ने सोमवार को एक विज्ञप्ति प्रसारित कर कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने तिरुवनंतपुरम कार्यालय से विषम मौसम संबंधी सभी आवश्‍यक चेतावनियां जारी कीं।

नियमित पद्धति के अनुसार चेतावनियां हर रोज स्‍थानीय वेबसाइट (www.imdtvm.gov.in) पर जारी की जाती हैं।

कलर कोडिड एलर्ट्स के साथ वर्षा के बारे में जिला वार चेतावनियां वेबसाइट पर अपलोड की जाती हैं और हर रोज दिन में तीन बार उन्‍हें अपडेट किया जाता है।

डोपलर मौसम रडार डेटा का इस्‍तेमाल करते हुए अगले तीन घंटे के बारे में अद्यतन चेतावनी एसडीएमए, एसईओसी, जिला कलेक्‍टर को एसएमएस के जरिए भी भेजी जाती है।

केरल सरकार के उच्‍च स्तरीय अधिकारियों को 9 अगस्त को मुख्‍य मंत्री द्वारा बुलायी गई एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक में सुदृढ़ मानसून और भारी वर्षा संबंधी गतिविधियों से भी अवगत कराया गया था।

10 अगस्‍त को एसडीएमए को विषम मौसम संबंधी चेतावनियों की जानकारी दी गई।

कोल्‍लम और तिरुवंनतपुरम के जिला कलेक्‍टरों को 14 अगस्त को स्थिति से अवगत कराया गया।

दिल्‍ली से विस्‍तारित रेंज की भविष्‍य वाणी (दो सप्‍ताह अग्रिम) जारी की गई 2 अगसत, 2018 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया था कि सुदूर दक्षिण प्रायद्वीप में 9 अगस्‍त से 15 अगस्त के बीच सामान्‍य से तेज वर्षा होगी।

13 अगस्‍त को परवर्ती बयान में भी इसी चेतावनी को दोहराया गया।

उपरोक्‍त प्रेस विज्ञिप्तियां सभी राज्‍यों के मुख्‍य सचिवों को ई-मेल के जरिए भेजी गईं थी।

तिरुवनंतपुरम आईएमडी कार्यालय से भी अल्‍पावधि और मध्‍यम अवधि की चेतावनियां जारी की गईं।

12 अगस्त को इदुक्‍की के लिए रेड एलर्ट जारी किया गया था।

14 अगस्त को फिर से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई, जो 14 और 15 अगस्त के लिए प्रभावी थी।

दिल्‍ली कार्यालय से 2 से 3 दिन अग्रिम जारी मौसम बुलेटिनों में भी ऑरेंज और रेड कलर में केरल के लिए चेतावनियां जारी की गईं थीं, जिनमें आपदा प्रबंधन करने वालों को सलाह दी गई थी कि वे सतर्क रहें और तदनुरूप कार्रवाई की योजना बनाएं।

****