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covid-19 updates: रविवार को दैनिक मामलों की संख्या 13,979 रही

covid-19 updates: पिछले कुछ दिनों से भारत में कोरोना (corona in India) के सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और रविवार देर रात तक कोरोना (covid-19) के दैनिक मामलों की  संख्या 13 हजार 979 रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 21 फरवरी, 2021 की रात 10ः32 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक 1 करोड़ 10 लाख 5 हज़ार 71 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।

सबसे अच्छी बात यह है कि बीती रात तक कोरोना (covid-19) के मौत के मामले 79 तक आ कर ठहर गए हैं।

सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र (Maharashtra) से आए है जहां रविवार रात तक बीते 24 घंटे में पुष्ट मामलों की संख्या 6971, केरल में 4070, तमिलनाडु में 452, कर्नाटक में 413, गुजरात में 283, पंजाब में 348, छत्तीसगढ़ में 153 और तेलंगाना में 163 रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटे में सबसे अधिक मौतें महाराष्ट्र में 35 हुई है जबकि दूसरे स्थान पर केरल है जहां 15 लोग कोरोना के शिकार हुए हैं।

आंकड़े बताते हैं कि सामान्यतः सभी राज्यों में मौत का आंकड़ा 5 से भी कम है

जिन राज्यों या संघ शासित प्रदेशों में में रविवार की रात तक कोई मौत नहीं हुई वेे हैं ओडिशा, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, असम, जम्मू और कश्मीर, गोवा, त्रिपुरा, मणिपुर, चंडीगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, लद्दाख, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव एवं लक्ष्यद्वीप।

केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब और जम्मू कश्मीर में साप्ताहिक पॉजिटिव दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। राष्ट्रीय औसत 1.79 प्रतिशत है। वहीं महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 8.10 प्रतिशत की साप्ताहिक पॉजिटिव दर है।

ये राज्य हैं केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब और जम्मू कश्मीर।

कोरोना (covid-19) के ज्यादा सक्रिय मामले भारत के 74 प्रतिशत से  केरल (Kerala) और महाराष्ट्र में हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी रोजाना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। पंजाब और जम्मू व कश्मीर में भी प्रति दिन नए मामले बढ़ रहे हैं।

केन्द्र ने सभी राज्यों को पांच मुख्य क्षेत्रों पर काम करने की सलाह दी है। वे इस प्रकार हैं :

  1. अनुपातिक रूप से आरटी-पीसीआर परीक्षण में बढ़ोतरी पर जोर के साथ परीक्षणों की कुल संख्या में सुधार किया जाए।
  2. सभी निगेटिव रैपिड एंटीजन टेस्ट परिणामों के बाद अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच कराई जाए और इस तरह का कोई भी निगेटिव व्यक्ति बचा न रह जाए।
  3. सख्त और समग्र निगरानी के साथ ही चिह्नित जिलों में सख्त रोकथाम पर फिर से जोर दिया जाए।
  4. जांच के बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम म्यूटैंट स्ट्रेंस की नियमित निगरानी के साथ ही मामलों के उभरते हुए क्लस्टर्स की निगरानी की जाए।
  5. मृत्यु के ज्यादा मामलों वाले जिलों में नैदानिक प्रबंधन पर जोर दिया जाए।