भीषण चक्रवाती तूफान फोनी, ओड़िशा में 6 मरे, भारी तबाही

Cyclone Fani  अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फोनी Cyclone Fani  के कारण ओड़िशा में दोपहर तक विभिन्न स्थानों पर कम से कम चार व्यक्तियों के मारे जाने के समाचार हैं।

ओड़िशा के ग्रामीण इलाकों में भीषण तबाही के समाचार मिल रहे हैं।

समाचारों में बताया गया है कि कोलकाता एयरपोर्ट 3 मई शाम 4 बजे से बंद कर दिया गया है।

भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के मद्देनजर नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने सभी विमानन कंपनियों से चक्रवात फोनी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं का तुरंत समाधान करने को कहा है।

भीषण  चक्रवात फोनी  Cyclone Fani के समय से पहले बंगाल में प्रवेश की संभावना है और इसे ध्यान में रखते हुए 3 मई को दोपहर तक तटीय जिले हाई अलर्ट पर कर दिए गए हैं।

भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के कारण ओड़िशा के बालासोर में 3 मई,2019 को सवेरे हजारों पेड़ जमीन से उखड़ गए। एनडीआरएफ के जवान राहत कार्य करते हुए

अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फाेनी Cyclone Fani ने शुक्रवार सुबह पुरी के पास जमीन को छूते हुए आसपास के मीलों लंबे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया।

पुरी, भुवनेश्वर, जगतसिंहपुर में भारी तबाही हो रही है। कई तटीय जिलों गंजम, खुर्दा और गजपति में भी तेज़ हवाएँ चल रही हैं।

पुरी में चक्रवाती हवा की गति लगभग 175 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

तेज हवा और गरज के साथ भारी बारिश ने तटीय ओडिशा के कई हिस्सों को तबाह कर दिया। पुरी में 100 मिमी बारिश हुई।

सुबह 7 बजे तक गोपालपुर में अधिकतम 150 मिमी बारिश हुई है।

राजधानी भुवनेश्वर में 150 किमी प्रति घंटा से ऊपर की गति से हवाएं चल रही हैं।

भुवनेश्वर के कई इलाकों में भीषण चक्रवाती तूफान फोनी Cyclone Fani से हुए तबाही का मंजर साफ दिखाई दे रहा हैं ।

आसपास के बहुत बड़े इलाके में हजारों की तादाद में पेड़ उखड़ गए हैं। संचार प्रणाली बाधित है।

बिजली व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई है। प्रशासन बिजली आपूर्ति को चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है।

राज्य सरकार द्वारा 15 जिलों के लगभग 11 लाख लोगों सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया है।

ईस्ट कोस्ट रेलवे द्वारा अन्य 10 ट्रेनों को आज रद्द कर दिया गया। फानी की वजह से रद्द हुई ट्रेनों की संख्या 157 हो गई है।

पश्चिम बंगाल में राज्य के तटीय जिलों में अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फाेनी Cyclone Fani के प्रभाव से  बारिश शुरू हो गई है।

मौसम विभाग के अनुसार कोलकाता से सुपर साइक्लोनिक तूफान की स्थिति 432 किलोमीटर दूर है। इसके पश्चिम बंगाल में आज रात या अगली सुबह तक पहुंचने की संभावना है।

राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। आपदा प्रबंधन से जुड़ी विभिन्न सरकारी एजेंसियों को किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार रखा गया है।

राज्य मुख्यालय में एक विशेष नियंत्रण कक्ष खोला गया है।

चक्रवात फानी के समय से पहले बंगाल में प्रवेश की संभावना है और इसे ध्यान में रखते हुए 3 मई को दोपहर तक तटीय जिले हाई अलर्ट पर कर दिए गए हैं।