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सामूहिक बलात्कार पीड़ित बेटियों की मौत समाज और शासन पर कालिख

हैदराबाद (Hyderabad) और फिर उन्नाव (Unnao) की क्रूर सामूहिक बलात्कार (gang rape) पीड़ित बेटियों की मौत कानून व्यवस्था, राजनीति, समाज और शासन के मुँह पर कालिख के समान है।

ये दो मामले नहीं है। राजस्थान में 6 साल की बच्ची और बिहार की सामूहिक बलात्कार (gang rape) घटना ने भी समाज को शर्मसार कर दिया है।

इस आक्रोश को कवि डाॅ कुमार विश्वास (Dr Kumar Vishvas) ने अपने ट्विटर संदेशों में व्यक्त किया है जिसे जनमानस की आवाज कहा जासकता है।

Kumar Vishvasएक ट्वीट में कुमार विश्वास ने लिखा, ‘ज़िंदा जली उन्नाव की बेटी ने अकेले दम नहीं तोड़ा है, उसके साथ.-साथ हमारी तथाकथित संवेदनशीलता, हमारी संस्कारशीलता, हमारी न्यायपालिका, हमारी व्यवस्था और हमारी राजनैतिक इच्छाशक्ति ने भी दम तोड़ा है। ज़मीन के नीचे धधक रही असंतोष व बेचैनी की आग को पहचानो हुकमरानों वरना कुर्सी सहित जलोगे।

शनिवार को दिल्ली में उन्नाव सामूहिक बलात्कार (gang rape) पीड़िता की मौत हो गई। इससे पहले हैदराबाद में हुई रेप की घटना ने पूरे देश को आक्रोश से भर दिया था।

तेलंगाना के साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार (V C Sajjanar) ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा था कि गैंगरेप (gang rape) के चारों आरोपियों को घटना स्थल पर सीन रिक्रिएशन करने और पीड़िता का मोबाइल ढूंढ़ने के लिए लाया गया था, इसी दौरान आरोपियों ने भागने की कोशिश की।

TV Photo : तेलंगाना सामूहिक बलात्कार के आरोपी

घटना स्थल पर पुलिस आरोपियों को लेकर सुबह 5.30 बजे पहुंची थी। आरोपी बस में और पुलिस जीप में सवार थी।

तेलंगाना पुलिस का दावा है कि उन्होंने सामूहिक बलात्कार (gang rape) के चारों आरोपियों को मार डाला क्योंकि वे पुलिस से हथियार छीनने के बाद भागने की कोशिश कर रहे थे।

देश के अनेक शहरों में बलात्कारियों को सजा देने और महिलाओं पर होने वाले जघन्य अपराधों को रोकने के लिए कैंडल मार्च निकाले और कुछ स्थानों पर प्रदर्शन किये गए।

सामूहिक बलात्कार (gang rape) के मामले में हैदराबाद पुलिस द्वारा 5 दिसंबर,2019 को की गई  एन्कांउटर की कार्रवाई का समर्थन किया और पुलिस पर फूल बरसाये। वहीं हैदराबाद रेप पीड़ित के पिता ने इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया। दूसरी ओर उन्नाव रेप पीड़िता के पिता ने शनिवार को एक चैनल से कहा कि कहा कि दुष्कर्मियों को फांसी दी जानी चाहिए या जैसा हैदराबाद में किया गया उस तरह सजा दी जानी चाहिए।

देश भर में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म पर भारी चिन्ता और आक्रोश व्यक्त किया जारहा है।

भारत में ही नहीं भारत के बाहर  दुनिया भर के अनेक टीवी चैनलों ने अपने प्रसारण में हैदराबाद की सामूहिक बलात्कार (gang rape)  की  घटना को विस्तार से दिखाया है।

बच्चियों, लड़कियों और महिलाओं पर होने वाले इसप्रकार के अत्याचारों से दुनिया में भारत की छवि को नुकसान तो कहा ही जा सकता है। लोगों की यह मांग वाजिब ही है कि रेप जैसे मामलों में न्याय में विलंब नहीं होना चाहिए और दोषियों का जितनी जल्दी हो सजा दी जानी चाहिए।

आंकड़ों की मानें तो लगता है जैसे हिंदुस्तान बलात्कारियों का देश बन गया है।  जिस देश में प्रतिदिन लगभग 90 बलात्कार होते हो उसे स्वस्थ समाज का लक्षण नहीं कहा जा सकता।

सन् 2017 के आंकड़े बताते हैं कि रेप के 32,559 केस दर्ज हुए यानी हर दिन 90 और हर घंटे देश में 3.7 रेप के मामले हुए।

क्रिकेटर से राजनेता बने सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने साफ शब्दों में कहा कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए।?

उन्होंने महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को शर्मनाक बताते हुए कहा कि सभी को सोचना चाहिए कि महिलाओ कीे कैसे सुरक्षा कर सकते हैं।

यह उल्लेखनीय है गौतम गंभीर भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं उन्होंने इस मसले पर जिस तरह अपने विचार व्यक्त किए वह आम भारतीय की आवाज है।