प्रसिद्ध नृत्य समीक्षक श्रीमती शान्ता सर्बजीत सिंह नहीं रही

फाइल फोटो शांता सर्बजीत सिंह नृत्य पर लिखी अपनी पुस्तक तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भेंट करती हुईं।

नई दिल्ली, 02 अगस्त (जनसमा)। केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी की पूर्व उपाध्यक्ष, जानी मानी नृत्य समीक्षक, लेखक और कलाविद् श्रीमती शान्ता सर्बजीत सिंह नहीं रही। मंगलवार शाम उनका देहांत होगया। वे 81 साल की थी और कुछ समय से बीमार थीं।

उनका विवाह वृत्तचित्र निर्माता निर्देशक और चित्रकार स्व. सर्बजीतसिंह के साथ हुआ था। उनके दो पुत्र हैं।

उनके देहांत की खबर से वैश्विक नृत्य समुदाय को गहरा आघात लगा है। नृत्य समीक्षक के रूप में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जासकता।

इकोनॉमिक टाइम्स और हिन्दुस्तान टाइम्स  की नृत्य समीक्षक के रूप में उन्होंने अनेक कलाकारों को उनके युवावस्था में न केवल प्रोत्साहन दिया बल्कि वक्त जरूरत उन्हें उनकी कमजोरियां बताकर तराशने का काम भी किया।

उन्होंने पांच दशकों से भी ज्यादा समय तक नृत्य जगत का मार्गदर्शन किया और सच्चे आलोचक की भूमिका निभाई। शांताजी फोरम फॉर आर्ट बियॉन्ड बॉर्डर्स और दिल्ली इंटरनेशनल आर्ट्स फेस्टिवल की संस्थापक ट्रस्टी भी थीं।

फोटो   शान्ता सर्बजीत सिंह।   सौजन्य : नृत्यांगना प्रतिभा प्रह्लाद