विमुद्रीकरण को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में बैंक मित्र किए जाएंगे सक्रिय

रायपुर, 25 नवम्बर (जस)। विमुद्रीकरण को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में प्रधानमंत्री जन-धन खातों के सुचारू संचालन के लिए बैंक मित्रों सक्रिय किया जाएगा और जिन इलाकों में बैंक मित्र निष्क्रिय हैं अथवा जहां बैंक मित्र नहीं है, वहां समीक्षा कर नये सिरे से उनकी नियुक्ति की जाएगी। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव विवेक ढांड ने गुरूवार को इस सिलसिले में समस्त संभागीय कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों सहित राज्य बैंकों के प्रमुख अधिकारियों तथा राज्य स्तरीय बैकर्स समिति के समन्वयक को परिपत्र जारी किया है।

उन्होंने परिपत्र में प्रधानमंत्री जन-धन योजना के खाताधारकों की आधार सीडिंग, मोबाईल सीडिंग तथा रूपेकार्ड वितरण और एक्टिवेशन का काम समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय (महानदी भवन) से जारी इस परिपत्र के अनुसार यह कार्य विमुद्रीकरण के संदर्भ में वित्तीय समावेशन की कार्ययोजना के तहत किया जाएगा।

नये बैंक मित्रों की नियुक्ति के संबंध में परिपत्र में बैकों को जिला कलेक्टरों से सम्पर्क करने के लिए कहा गया है, ताकि जिला प्रशासन द्वारा बैकों की मदद की जा सके। मुख्य सचिव ने कहा है कि इसके लिए संबंधित जिला प्रशासन द्वारा पंचायत भवन या अन्य सार्वजनिक परिसर उपलब्ध कराया जा सकता है।

परिपत्र में दी गयी जानकारी के अनुसार पिछले महीने की 19 तारीख की तक की स्थिति में छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों में कुल एक करोड़ 17 लाख 35 हजार 531 जन-धन खाते खुल चुके हैं। इनमें से 39 लाख 80 हजार 619 खाते जीरो बैलेस के हैं। जबकि 77 लाख 54 हजार 952 सक्रिय खाते हैं। इस अवधि में 77 लाख 64 हजार 943 खाते धारकों को रूपेकार्ड जारी किए जा चुके हैं और 59 लाख 56 हजार 977 खाते धारकों की आधार सीडिंग का कार्य भी कर लिया गया है।