Fadnavis

देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) में बुधवार शाम पांच बजे से पहले बहुमत परीक्षण कराने के आदेश के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने विधानसभा ( Assembly) में फ्लोर टेस्ट से पहले ही  मंगलवार 26 नवंबर, 2019 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ( resigned as Chief Minister 0 दे दिया।

उन्होंने मुंबई में साढ़े तीन बजे बाद बुलाये गए पत्रकार सम्मेलन में अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि हमारे पास बहुमत नहीं है।

पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए फडणवीस ( Fadnavis)  ने कहा कि तीन पहिए की गाड़ी तीन दिशा में चलेगी। उनका आशय शिव सेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस से था।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विपक्ष में बैठेंगे और काम करेंगे।

फडणवीस ( Fadnavis) ने भाजपा और शिवसेना के चुनाव पहले से लेकर चुनाव परिणामों के बाद के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाजपा और शिवसेना को साथ में सरकार बनाने का जनता ने आदेश दिया था किन्तु ऐसा हो नहीं सका।

उन्होंने आरोप लगाया कि अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए शिवसेना दूसरे दलों के साथ मिल गई।

देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने  कहा कि महाराष्ट्र में शिव सेना के साथ सरकार बनाने का प्रयास किया, लेकिन जब संभव नहीं हुआ तो अजित पवार के साथ सरकार बनाने का काम किया।

उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा इसलिए दे रहा हूं क्योंकि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है। शिवसेना हमारे साथ नहीं है। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस के साथ है।

पत्रकारों ने फडणवीस (Devendra Fadnavis) से पूछा कि आपने कहा था कि अजित पवार जेल में चक्की पीसेंगे और आपने उन्हींको अपने साथ लेकर उपमुख्यमंत्री बनाया तो हम सब को झटका लगा। आपने उनके इरीगेशन घोटाले के मामले की जांच कराई। 3000 टेण्डर्स की इंक्वायरी कराई, फिर ऐसी क्या बात हुई आपने उनके साथ शपथ ली?

फडणवीस (Fadnavis) ने कहा मैं स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं सारी इंक्वायरी की गई। कोर्ट की मॉनिटरिंग भी चल रही है । उनके साथ शपथ लेने का एक दूसरा कारण यह भी है राष्ट्रवादी गुट के नेता है। अगर वह नहीं होते और कोई दूसरा होता और सहयोग देने के लिए आता तो वह होता।

उन्होंने कहा कि जो बात हुई वह गलती हुई या नहीं हुई यह हम बाद में सोचेंगे।

उन्होंने बताया कि अजित पवार ने निजी कारणों से उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।

सूत्रों की माने तो आज सवेरे उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद संसद भवन में प्रधानमंत्री मंत्री और गृह मंत्री की मुलाकात हुई और ऐसा समझा जाता है कि उसमें महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस (Fadnavis)  को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के लिए कहा गया।

सूत्रों का यह भी कहना है पवार परिवार के लोग नहीं चाहते थे अजित पवार, जो शरद पवार के भतीजे हैं शरद पवार की इच्छा के विरुद्ध और भाजपा के साथ सरकार बनाए। परिवार के लोगों ने और शरद पवार ने भी अजीत पवार के बारे में कोई विपरीत टिप्पणी नहीं की।