Uma Bharti

गंगा निरीक्षण : फरक्का बैराज में फिश लैडर स्थापित किया जाएगा

कोलकाता, 1 जून (जनसमा)| पश्चिम बंगाल में ठोस प्रबंधन के लिए जल्द ही कचरा ले जाने वाले जल विमानों को तैनात किया जाएगा। फरक्का बैराज में फिश लैडर स्थापित किया जाएगा। गाद प्रबंधन,क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाएं और अंतरदेशीय जलमार्ग को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

उमा भारती गंगा निरीक्षण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत सुल्तानगंज, भागलपुर से गुरूवार को करेंगी।

केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धार मंत्री सुश्री उमा भारती ने पश्चिम बंगाल के फरक्का में बुद्धवार को गंगा निरीक्षण अभियान के पहले चरण के दौरान मंत्रालय और केंद्रीय अंतर्देशीय मत्स्य अनुसंधान संस्थान (सीआईएफआरआई) के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने स्वच्छ गंगा के प्रति केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गंगा बेसिन राज्यों को पर्याप्त धनराशि मुहैया कराई जाएगी।

सुश्री भारती ने गंगा क्षरण के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल सरकार को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया।

सुश्री उमा भारती, जोकि 2500 किलोमीटर के गंगा निरीक्षण अभियान पर हैं, उन्होंने अपने अभियान के पहले चरण का समापन पश्चिम बंगाल में किया। राज्य के दौरे के दौरान, मंत्री ने कोलकाता में स्थित वैष्णव घाट पर गंगा आरती में भाग लिया और वहां मौजूद लोगों से आग्रह किया कि वे निस्वार्थ भाव से गंगा की सफाई के कार्य में अपना योगदान दें।

अभियान के दूसरे दिन मंत्री ने गंगा सागर स्थित काकद्वीप पर घाटों की सफाई के कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय स्तर पर सरकारी अधिकारियों, स्थानीय निवासियों और अन्य हितधारकों से बातचीत भी की। 27 मई को गंगा सागर और डायमंड हार्बर पर गंगा चौपालों का आयोजन भी किया गया। दोनों अवसरों पर मंत्री ने स्थानीय समुदायों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि गंगा सागर पर शौचालयों के पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।

सुश्री भारती ने गंगा चौपाल के रान हुगली में कोन नगर स्थित अधिकारियों एवं लोगों को संबोधित भी किया। नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान में जारी योजनाओं और परियोजनाओं के बारे में लोगों को सूचित करते हुए उन्होंने लोगों के निवेदन किया कि वे गंगा को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें। इसी तरह का एक कार्यक्रम गंगा सागर में नबद्वीप पर भी आयोजित किया गया।