Rain & Snowfall

उत्तर भारत में भारी बर्फबारी, जनजीवन प्रभावित

नई दिल्ली, 7 जनवरी | जम्मू एवं कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश सहित भारत के उत्तरी हिस्से में शनिवार को हुई बर्फबारी और बारिश से जनजीवन तो प्रभावित हुआ है, लेकिन अब तक सूखे चले आ रहे मौसम के मिजाज में अचानक आए इस बदलाव से स्थानीय निवासी जरूर खुश हैं। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पर्वतीय इलाके और उत्तरी मैदानी इलाके अगले कुछ दिनों तक शीतलहर की चपेट में रहेंगे। इस बीच हिमालय पर्वत श्रृंखला के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की खबर है।

जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है, जबकि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई।

कश्मीर घाटी का सड़क और वायु मार्ग के जरिए देश के शेष हिस्से से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। यहां तक अंतर-जनपदीय मार्ग भी बाधित रहे।

शुक्रवार को श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को जाने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं।

कश्मीर घाटी की जीवनरेखा मानी जाने वाली जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बनिहाल में जवाहर सुरंग के पास बंद हो चुका है। सैकड़ों, ट्रक, बसें, कारें और अन्य वाहन राजमार्ग पर फंसे हुए हैं और मार्ग के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। घाटी के अंदर भी कई अन्य मार्गो पर वाहन इसी तरह फंसे हुए हैं।

बिजली के खंभों के टूट जाने और इलेक्ट्रिक ग्रिड में गड़बड़ियों के कारण पूरी कश्मीर घाटी में बिजली आपूर्ति ठप हो चुकी है। यहां तक कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आवासीय इलाके (गुपकर मार्ग) में भी बिजली आपूर्ति ठप है।

कश्मीर घाटी के पुलिस प्रमुख जावेद मुज्तबा गिलानी ने पुलिसकर्मियों से सर्दी की मार झेल रहे नागरिकों को हो रही कठिनाइयों से निकलने में मदद करने के लिए कहा है।

हालांकि पिछले पांच महीने से शुष्क मौसम से परेशान कश्मीरवासी गुलमर्ग, सोनमर्ग, पीर पंजाल और हिमालय की अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बर्फबारी से खुश हैं।

सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम में पिछले 12 घंटों के दौरान पांच फुट ऊंची बर्फबारी हुई है, वहीं श्रीनगर में एक फुट से अधिक बर्फबारी दर्ज की गई।

कश्मीर विश्वविद्यालय ने शनिवार को होने वाली सभी परीक्षाएं और चलने वाली कक्षाएं रद्द कर दीं।

हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों शिमला, मनाली और डलहौजी में भी रातभर हुई भारी बर्फबारी के बाद शनिवार को अन्य इलाकों से संपर्क टूट गया है और बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई।

मौसम विभाग के अनुसार शिमला के मॉल रोड, रिज, यूएस क्लब और जाखू पहाड़ियों समेत कई इलाकों में एक फुट से ज्यादा बर्फबारी हुई और सर्द मौसम के कारण नलों में पानी जम गया है।

पुलिस महानिदेशक सोमेश गोयल ने बताया कि कई दशकों के बाद शिमला में इतनी ज्यादा बर्फबारी हुई है।

शिमला में जहां न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, वहीं मनाली में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस हो गया।

धर्मशाला के ऊपरी हिस्से मैक्लोडगंज में भी भारी बर्फबारी हुई। मैक्लोडगंज के पीछे स्थित हिमालय की धौलाधार पर्वत श्रृंखला पर भी भारी बर्फबारी हुई है।

वहीं, धर्मशाला, पालमपुर, सोलन, नाहन, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी समेत राज्य के कई निचले इलाकों में बारिश हुई।

एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि बर्फबारी के कारण शिमला और किन्नौर जिलों की अंदरूनी सड़कों का अन्य इलाकों से संपर्क टूट गया है।

यहां तक कि नारकंडा, जुब्बल, कोटखई, खरापठार और चोपाल समेत कई शहरों में यातायात अवरुद्ध हो गए। कुल्लू जिले के बंजर में पूरे प्रदेश में सर्वाधिक 73 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

अधिकारियों ने बर्फबारी की संभावना को देखते हुए पर्यटकों को दूर दराज के इलाकों में न जाने की सलाह दी है।

मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार रविवार तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा, जिसके कारण और इस दौरान भारी बर्फबारी की संभावना है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि रविवार के बाद लगभग पूरे प्रदेश में 13 जनवरी तक मौसम के शुष्क रहने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में प्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।

पंजाब और हरियाणा के भी अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई। चंडीगढ़ में शुक्रवार की शाम से ही बारिश शुरू हो गई। लुधियाना, पटियाला, अंबाला, कर्नाल और हरियाणा के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई।

पंजाब और हरियाणा के किसानों ने बारिश पर खुशी जताई है और कहा कि खेतों में खड़ी गेहूं और अन्य फसलों के लिए यह बारिश अच्छी है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी शनिवार को तड़के अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली में 3.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।

बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। आने वाले दिनों में गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं और कोहरा भी घना हो सकता है।

उत्तर रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, नई दिल्ली-कालका शताब्दि एक्सप्रेस, दिल्ली-अमृतसर शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस, झारखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस और निजामुद्दीन-चेन्नई सेंट्रल दुरंतो एक्सप्रेस सहित 16 रेलगाड़ियों के समय में परिवर्तन किया गया है।

–आईएएनएस