Maloo

राजस्थान के जाने माने कला संरक्षक मालू को इंडिक एकेडमी अवार्ड

राजस्थान के जाने माने कला संरक्षक (art patron) के सी मालू (K C Maloo) को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में इंडिक एकेडमी अवार्ड (Indic Academy Award)  से सम्मानित किया गया।

इंडिक अकादमी (Indic Academy) ने सम्मान साइटेशन का वाचन करते हुए कहा कि भारतीय कला व संस्कृति की धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ के सी मालू ने सनातन धर्म, संगीत, फाइन आर्ट एवं सांस्कृतिक विकास के लिए अतुलनीय योगदान दिया है।

उन्होंने विशेष रूप से अपने प्रसिद्ध संस्थान वीणा म्युजिक (Veena Music) के माध्यम से राजस्थान (Rajasthan) के लोक गीत, संगीत एवं नृत्य को विश्वभर में लोकप्रिय बनाने तथा इनके संरक्षण, शोध एवं विकास के लिए  बेजोड़ सेवाएं दी है।

समारोह में मालू को शाल ओढ़ा कर व स्मृति चिह्न , गुलदस्ता एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस मौके पर विभिन्न विधाओं के आठ अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।

’राजस्थानी भाषा को मान्यता’
मालू (Maloo) ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय संसदीय कार्य, भारी उद्योग और लोक उपक्रम राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल एवं प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से भेंट कर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने में सहयोग का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिलने से करोड़ों राजस्थानियों के लिए रोजगार के नए मार्ग खुलेंगे। साथ ही राष्ट्रभाषा हिन्दी को भी बल मिलेगा।

मालू ने बताया के राजस्थानी भाषा को देश विदेश के कई विश्व विद्यालयों एवं संस्थाओं द्वारा मान्यता मिली हुई है।

’अप्रवासी कार्यक्रमों को मिले बढ़ावा’
मालू (Maloo) ने अपने नई दिल्ली प्रवास में राजस्थान फाउंडेशन के नव नियुक्त कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव से भी भेंट कर उन्हें नई एवं महती जिम्मेदारी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

उन्होंने सुझाव दिया कि देश विदेश में अप्रवासी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के प्रयासों पर विशेष जोर दिया जाना चाहिये, ताकि अप्रवासी राजस्थानियों का भावनात्मक झुकाव अपनी मातृ भूमि के साथ बढ़ने के साथ ही प्रदेश के विकास में उनकी भागीदारी को और अधिक बढ़ाया जा सकेगा।