Farmers

किसानों को बचाने के लिए जगदलपुर कलेक्टर ने की अच्छी पहल

लाॅकडाउन के कारण सब्जियों के टूटते दामों से किसानों को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में कलेक्टर (Jagdalpur Collector) ने अच्छी पहल की है और किसान (Farmers) राहत महसूस कर रहे हैं।

लॉकडाउन  के दौरान दिल्ली मुंबई जैसे महानगरों के रहने वालों को यह सुनकर झटका लगेगा कि देश में ऐसे इलाके भी हैं जहाँ खीरा 2 रु., टमाटर 4 रु और हरी मिर्च 6 रुपये किलो मिल रही है।

इतना ही नहीं सब्जियों (Vegetables) की बम्पर फसल हुई है किन्तु किसानों (Farmers) से उसे खरीद कर बड़ी मण्डियों तक पहुँचाने का वह प्रबंध राज्य सरकारों ने नहीं किया है जिसकी जरूरत है।

स्थिति यहाँ तक पहुँच गई है कि कुछ राज्यों में किसान सब्जियों को सड़कों पर फैंक रहे हैं क्योंकि उनकी सब्जियों को खरीदने वाला कोई नहीं है।

दूसरी ओर प्रबंधन का एक उदाहरण छत्तीसगढ़ में देखने को मिला जहाँ डूबते हुए किसानों (farmers) को बचाने के लिए सरकार ने कदम उठाये हैं।

छत्तीसगढ़  के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर इसके निराकरण के लिए कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे के मार्गदर्शन में कलेक्टर जगदलपुर, उद्यानिकी विभाग के उप संचालक जगदलपुर सहित मैदानी अमले ने किसानों (farmers) से जा-जाकर सम्पर्क किया।

विभाग के मैदानी अमले की मेहनत रंग लाई और लॉकडाउन में प्रदेश सहित महाराष्ट्र (नागपुर), तेलंगाना (हैदराबाद), उड़ीसा एवं मध्यप्रदेश में करोड़ों रूपए की सब्जियों की बिक्री हुई है।

कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे के निर्देश पर उद्यान विभाग के अधिकारियों ने फसलों के विक्रय और परिवहन में आ रहीं दिक्कतों के समाधान के लिए जगदलपुर कलेक्टर से आग्रह किया।

जगदलपुर कलेक्टर ने जारी किये पास

कलेक्टर द्वारा इसके तत्काल निराकरण के लिए सब्जियों (Vegetables) के परिवहन का पास जारी करते हुए पुलिस विभाग को भी सहयोग करने निर्देशित किया गया।

उप संचालक उद्यान, जगदलपुर द्वारा सब्जी के बड़े व्यापारियों से अधिक से अधिक सब्जियों (Vegetables) की खरीदारी करने का निवेदन किया गया है।

इन प्रयासों का नतीजा जल्दी मिलने लगा जहां लॉकडाउन के प्रारंभ में  मिर्च का भाव 4 से 6 रूपए प्रतिकिलों मिल रहा था वो अब 11-13 रूपए प्रतिकिलो मिल रहा है।

टमाटर का दर प्रतिकिलो 3-4 रूपए से बढ़कर 8-10 रूपए हो गया है। सबसे खराब स्थिति में खीरा की फसल थी तात्कालीक समय में 1-2 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय हो रहा था अब खीरा का दाम किसानों (farmers) को 5-7 रूपए प्रति किलो मिल रहा है।

मिर्च, टमाटर एवं खीरा को बस्तर बकावण्ड, तोकामाल से रायपुर, भिलाई, महाराष्ट्र (नागपुर), तेलंगाना (हैदराबाद), उड़ीसा एवं मध्यप्रदेश भेजा गया।

अब तक विभागीय प्रयास से लगभग 4500 मीट्रिक टन उद्यानिकी फसलों (3000 मीट्रिक टन मिर्च, 500 टन टमाटर एवं 100 टन खीरा) का विक्रय किया जा चुका है।

सब्जियों (Vegetables) मिर्च, टमाटर एवं खीरा के साथ-साथ बैंगन एवं करेला की बिक्री को भी सुनिश्चित किया जा रहा है।