मध्यप्रदेश की धरती पर किसी को भूखा नहीं सोने देंगे : शिवराज

भोपाल, 6 अगस्त (जस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समाज में जो सबसे पीछे और सबसे नीचे है उनका विकास कर उन्हें मुख्य-धारा में लाना प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धरती पर किसी को भूखा नहीं सोने देंगे। मुख्यमंत्री चौहान उमरिया में 35 करोड़ 45 लाख लागत के स्वीकृत निर्माण एवं विकास कार्यो का भूमि-पूजन कर रहे थे।

शिवराज ने कहा कि उमरिया के 500 गरीब परिवार के आवास निर्माण के लिए 50 करोड़ रूपये का आवंटन स्वीकृत किया गया है। जिले में वर्षों से काबिज भूमि में 42 हजार गरीब परिवार को भू-खण्ड के पट्टे वितरित कर उन्हें भू-खण्ड का मालिक बनाया गया है। इसके बाद इन परिवारों के आवासों का निर्माण भी किया जायेगा। उन्होंने उमरिया में सर्व-सुविधायुक्त भव्य टाउन हाल और लोहारगंज में स्टेडियम बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से स्नातक महाविद्यालय का उन्नयन कर स्नातकोत्तर महाविद्यालय बनाया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी परिवार अपने बेटे-बेटियों को शिक्षा दिलाये और उन्हें आगे बढ़ाये। चौहान ने कहा कि शिक्षित बेरोजगार युवकों को स्व-रोजगार के लिए अनेक योजनाएँ प्रारंभ की गई हैं। स्व-रोजगार योजना में 50 हजार से 10 लाख रुपये तक की ऋण सुविधा दी जाती है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में एक करोड़ रुपये तक का ऋण दिया जाता है। योजना में 15 लाख रुपये अनुदान और 5 लाख रुपये ब्याज में छूट दी जाती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आगे आये और खुद का स्व-रोजगार स्थापित कर अपने उद्योग के मालिक बने।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि उपज मण्डी के ऐसे भू-खण्डों पर जहाँ गरीब परिवार निवास कर रहे हैं उन पर कृषि उपज मण्डी अपना हक छोड़ेगी और वहाँ पर गरीब परिवार ही रहेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने उमरिया जिले के बरबसपुर में जनदर्शन कार्यक्रम में कहा कि शीघ्र ही यहाँ उप-तहसील की स्थापना की जाएगी। सरसवाही में अगले शैक्षणिक सत्र से हायर सेकेण्डरी स्कूल प्रारंभ होगा।

शिवराज ने कहा कि जो आदिवासी परिवार वर्षों से भू-खण्ड पर काबिज होकर रह रहे हैं उस भूमि का पट्टा उन्हें देकर मालिकाना हक दिया जाएगा। बरबसपुर में 191 आदिवासी परिवारों को भू-खण्ड के पट्टे दिये जायेंगे। उन्होंने प्रतीकस्वरूप प्रेमलाल, रामलाल बाबू, सुक्कू, टिल्लू को भू-अधिकार पत्र वितरित किये। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने बीएसएफ के जवान शहीद सतेंद्र सिंह के माता पिता वीरेंद्र सिंह को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया।