मध्यप्रदेश : दुमिल नदी को संरक्षित करने का अनूठा अभियान

भोपाल, 22 मई (जनसमा)।  मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के समीप स्थित दुमिल नदी के संरक्षण अभियान की शुरुआत सोमवार को की गई। फंदा विकासखंड भोपाल-इंदौर राजमार्ग से लगभग 15 किलोमीटर अंदर बसे ग्राम तुमड़ा में बहने वाली दुमिल नदी को गहरा तथा संरक्षित करने के लिए राज्य सभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्वे , भोपाल सांसद आलोक संजर तथा विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ हजारों ग्राम वासियों ने श्रमदान शुरू किया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, तुमड़ा की आबादी करीब सात हजार है। दुमिल नदी को चौड़ा और गहरा करने से गाँव में पानी का जल-स्तर बढ़ने के साथ ही जानवरोँ के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होगा। ग्राम तुमड़ा के लोग बोरवेल के जरिये पीने और निस्तार के लिए जल प्राप्त करते हैं।

सांसद विनय सहस्त्रबुद्वे ने कहा कि केवल शासकीय संसाधनों से सही मायनोँ में तब तक ग्रामीण अंचलो में विकास नहीं हो सकता जब तक समाज के सभी वर्गों का सहयोग न हो। नदी संरक्षण के कार्य में स्थानीय लोगों की भागीदारी से स्पष्ट है कि पानी के संरक्षण के लिए आमजन आगे आ रहे हैं। सहस्त्रबुद्वे ने कहा कि पिछले तीन वर्ष में लोगो के जीवन में बुनियादी बदलाव के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ सफलता से चलाई जा रही हैं।

सांसद आलोक संजर ने कहा कि श्रमदान कर नदी संरक्षण का काम नवाचार के साथ नये सृजन की शुरूआत है। श्रमदान नदी को बचाने के लिए पवित्र कार्य है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम पानी की कीमत को समझें। अब हर व्यक्ति को पानी को बचाने के लिए प्रयास करने होंगे। इस नदी को बचाने के लिए जो अभियान शुरू किया हैं उससे न केवल जलस्तर बढ़ेगा, बल्कि बरसात के बाद भी नदी में पानी रहने से निस्तार तथा अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पानी मिलता रहेगा।

शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने दुमिल नदी के संरक्षण कें लिए 60 लाख रू. की राशि मंजूर की है। गहरीकरण के साथ- साथ नदी पर स्टाप डैम भी बनाया जायेगा तथा पुराने स्टाप डैम की मरम्मत भी होगी। शर्मा ने कहा कि आगामी 6 जुलाई को नदी के दोनो किनारोँ पर घने छायादार वृक्ष के पौधें लगाये जायेंगे।