आधुनिक शिक्षा लोगों को दयालु बनाने में विफल : अमजद अली

मुबंई, 30 मार्च | सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान का कहना है कि यह दुख की बात है कि आधुनिक शिक्षा लोगों को दयालु नहीं बना सकी और लोग इतनी लालची हो रहे हैं। ‘मास्टर्स ऑन मास्टर्स’ नामक अपनी पुस्तक के विमोचन के लिए यहां उपस्थित हुए अमजद अली खान ने आईएएनएस से कहा, “मुझे दुख होता है कि हमारी शिक्षा प्रणाली युवाओं को दयालु नहीं बना सकी। अगर हमारी भविष्य की पीढ़ी समझ नहीं पा रही कि हम भगवान के बच्चे हैं और कोई भी श्रेष्ठ नहीं है तो शिक्षा का क्या फायदा है?”

उन्होंने कहा, “हम सभी के खून के रंग एक जैसा है-लाल। यदि हमारे बच्चे इतने लालची हैं तो समाज में योगदान देने वाली आधुनिक शिक्षा का क्या फायदा?”

सरोद वादक द्वारा लिखित किताब पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है।

अपनी भावनात्मक यात्रा साझा करते हुए अमजद अली खाने ने कहा, “एक बार जब मैं अपने अब्बुजान के साथ उस्ताद बड़े गुलाम अली खान साहब के घर गया, उन्होंने हमें दोपहर के खाने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने मुझे उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद दिया और रियाज करने की सलाह दी। खान साहब ने मुझे कहा, ‘वर्तमान समय में आपका पसंदीदा गायक कौन है?’ हालांकि उस समय, मेरे पसंदीदा गायक नजाकत अली और सलमत अली थे, इसलिए मैंने कुछ नहीं कहा।”    –आईएएनएस