River

नर्मदा तट पर लगेंगे 12 करोड़ पौधे : शिवराज सिंह चौहान

जबलपुर,15 अप्रैल (जनसमा)। नर्मदा नदी के दोनों तटों पर 2 जुलाई को 12 करोड़ पौधे लगायेजायेंगे। पौध-रोपण के लिये राजस्व और वन-भूमि चिह्नित कर ली गयी है। मध्यप्रदेश में नशामुक्ति का आंदोलन चलेगा। प्रथम चरण में नर्मदा नदी के दोनों तट पर पाँच-पाँच किलोमीटर तक शराब की दुकानें एक अप्रैल से बंद कर दी गयी हैं। अब रिहायशी इलाकों, शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी। चरणबद्ध तरीके से शराब की सभी दुकानें बंद कर प्रदेश में शराब-बंदी लागू की जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा सेवा यात्रा में जबलपुरजिले के ग्राम भेड़ाघाट में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संकल्प दिलवाया कि नर्मदा के तटों पर पेड़ लगायें, इसके किनारे के गाँवों में हर घर में शौचालय बनायें, पूजन-सामग्री पूजन कुण्ड में डालें। नर्मदा के किनारे चेंजिंग-रूम और तटों से दूर मुक्तिधाम बनाये जायेंगे।

चौहान नदियों को माँ कहकर संबोधित करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने ताप्ती, बेतवा और क्षिप्रा की धार को टूटते हुए देखा है। अगर माँ नर्मदा की धार टूटी तो जीवन नहीं बचेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगामी मानसून सत्र में मासूमों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी की सज़ा देने संबंधी विधेयक लाया जायेगा।

मैंने भी लगायी नर्मदा नदी में छलाँग

प्रसिद्ध कलाकार अन्नू कपूर ने कहा कि मैंने होशंगाबाद, सिवनी-मालवा और बुदनी में कई बार नर्मदा नदी में छलाँग लगायी है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी के बोध से ही नदी को संरक्षित किया जा सकता है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सेवा-प्रमुख राजकुमार मटाले ने कहा कि जब भी नदियों का इतिहास लिखा जायेगा, तब ‘नमामिदेविनर्मदे”-सेवा यात्रा का उल्लेख जरूर होगा। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना चाँद कादरी ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है। इसका अनुकरण अन्य मुख्यमंत्री को भी करना चाहिये, जिससे सभी नदियाँ अविरल बहती रहें। हॉकी खिलाड़ी श्री अशोक ध्यानचंद ने भी विचार व्यक्त किये। कुमार के साथ 8ओलम्पिक एवं अंतर्राष्ट्रीय-स्तर के हॉकी खिलाड़ी यात्रा में शामिल हुए।

यात्रा के भेड़ाघाटपहुँचने पर ग्रामीणों ने भारी उत्साह-उमंग, आस्था और श्रद्धा भाव के साथ तथा महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रा में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं सहित हर वर्ग के लोग शामिल हुए। यात्रा में हुए ‘हर-हर नर्मदे’ के उदघोष से आसमान गूँज उठा। इसके बाद माँ नर्मदा की महाआरती की गई।