Indian Navy women crew

पाल नौका से दुनिया का चक्कर लगाएंगी नौसेना की महिला अफसर

PM Modiनई दिल्ली, 18 अगस्त (जनसमा)। नाविका सागर अभियान के तहत पाल नौका से दुनिया का चक्कर लगाएंगी नौसेना की महिला अफसर। नाविका सागर परिक्रमा, एक अभियान है, जिसमें भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों की एक टीम भारत में निर्मित पाल नौका (सेल बोट) आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर विश्‍व परिक्रमा करेगी।

यह पहला अवसर है, जब सर्व-महिला चालक दल इस प्रकार की विश्‍व परिक्रमा करेगा। यह यात्रा सितंबर 2017 के आरंभ में होने का कार्यक्रम है। आईएनएसवी तारिणी, आईएनएसवी महादेई की सहयोगी पोत है। यह परिक्रमा भारत सरकार की ‘नारी शक्ति’ पर बल देने की नीति को परिलक्षित करते हुए नौसेना में महासागर में नौकायन की गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्‍वपूर्ण समझा जा रही है।

पहली बार एकल परिक्रमा कैप्‍टन दिलीप डोंडे, एससी (सेवा निवृत्‍त) द्वारा 19 अगस्‍त, 2009 से 19 मई 2009 तक भारत में निर्मित पोत आईएनएसवी महादेई पर सवार होकर की गई थी। पहली भारतीय अविराम (नॉन-स्‍टॉप) एकल परिक्रमा कमांडर अभिलाष टॉमी, केसी द्वारा 01 नवम्‍बर, 2012 से 31 मार्च 2013 तक की गई थी।

आईएनएसवी तारिणी के चालक दल में निम्‍नलिखित महिला अधिकारी शामिल हैं –

ऋषिकेश निवासी लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी, 43077-ए
इस अधिकारी ने 2014 में रियो डी जनेरियो से केपटाउन तक तथा आईएनएसवी महादेई पर सवार होकर पोर्ट ब्‍लेयर- विशाखापत्‍तनम – चेन्‍नई-कोच्‍ची नौकायन किया। उन्‍होंने फरवरी 2016 में विशाखापत्‍तनम से गोवा तक, मई 2016 से जुलाई 2016 तक गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक आईएनएसवी महादेई की कमान संभाली। इस अधिकारी ने आईएनएसवी तारिणी की भी गोवा से मॉरिशस तक और वहां से वापसी के समय मई से जुलाई 2017 तक कमान संभाली।

कुल्‍लू निवासी लेफ्टिनेंट कमांडर जामवाल, 07109-एफ
इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर गोवा से पोर्ट ब्‍लयेर तक, फरवरी 2016 में विशाखापत्‍तनम से गोवा तक, मई से जुलाई 2016 तक गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया।

विशाखापटनम निवासी लेफ्टिनेंट कमांडर स्‍वाति पी, 07234-आर
इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर सवार होकर केपटाउन से गोवा तक, फरवरी, 2016 में विशाखापत्‍तनम से कोच्‍ची, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। उन्‍होंने हाल ही में संपन्‍न केप टू रियो रेस 2017 में भी भाग लिया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। .

हैदराबाद  निवासी  लेफ्टिनेंट ऐश्‍वर्या बोडापति, 43151- डब्‍ल्‍यू
इस अधिकारी ने फरवरी 2016 में महादेई पर सवार होकर विशाखापत्‍तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया।

मोयरेंग क्‍वाकता सेंथांग, मणिपुर, निवासी  लेफ्टिनेंट एसएच विजया देवी, 70712-एच
इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर गोवा से पोर्ट ब्‍लयेर तक, फरवरी, 2016 में विशाखापत्‍तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया।

देहरादून निवासी  लेफ्टिनेंट पायल गुप्‍ता, 70724-के
इस अधिकारी ने महादेई पर सवार होकर फरवरी 2016 में विशाखापत्‍तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। उन्‍होंने हाल ही में संपन्‍न केप टू रियो रेस 2017 में भी भाग लिया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया।

इस सर्व महिला चालक दल को आगामी समुद्री यात्रा के लिए व्‍यापक प्रशिक्षण दिया गया है। उन्‍होंने प्रशिक्षण के तहत आईएनएसवी महादेई और तारिणी पर लगभग 20,000 समुद्री मील नौकायन किया है, जिसमें मॉरिशस तक दो अभियान(2016 और 2017 में) तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक की समुद्री यात्रा शामिल है।

आईएनएसवी तारिणी 55 फुट लम्‍बी पाल नौका है, जिसका निर्माण मैसर्स एक्‍वेरियस शिपयार्ड प्रा. लिमिटेड, गोवा ने किया है। तारिणी को भारतीय नौसेना में 18 फरवरी 2017 को शामिल किया गया। यह पोत अब तक 8,000 समुद्री मील का सफर तय कर चुकी हैं। नाविका सागर परिक्रमा पांच चरणों में होगी। इस दौरान राशन और आवश्‍यक मरम्‍मत के लिए चार बंदरगाहों पर रूका जाएगा।

इन चरणों की अनुमानित तिथियां निम्‍नलिखित हैं-

  1.  गोवा से फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया) तक 05 सितंबर 17  से 12 अक्‍टूबर 17 तक 37 दिन की यात्रा
  2. फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया) से लाइटलटन (न्यूजीलैंड) तक 25 अक्‍टूबर 17 से  16 नवम्‍बर 17 तक  22 दिन
  3. लाइटलटन (न्यूजीलैंड) )से  पोर्ट स्टेनली (फ़ॉकलैंड्स) तक  23 नवम्‍बर 17 से  28 दिसंबर 17 तक  35 दिन
  4. पोर्ट स्टेनली (फ़ॉकलैंड्स) से केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका)तक 10 जनवरी 18 से 08 फरवरी 18 तक  28 दिन
  5. केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) से गोवा तक 21 फरवरी 18 से  04 अप्रैल  18 तक  44 दिन