स्वास्थ्य संस्थानों की सफलता में नर्सों की अहम् भूमिका : वीरभद्र

शिमला, 19 मई (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों की सफलता में नर्सों की अहम् भूमिका है तथा उनके परिश्रम और लग्न से जहां मरीजां को उचित देखभाल मिलती है वहीं संस्थान की विश्वसनीयता भी बढ़ती है।

इससे पहले वीरभद्र ने शिमला के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान मेडिकल कॉलेज में 1.60 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित फाईब्रो-स्कैन मशीन का विधिवत लोकार्पण किया। यह मशीन लीवर सम्बन्धी रोगों के साथ-साथ लीवर को हुए नुकसान को जांचने में उपयोगी साबित होगी। इस मशीन के लगने से अब लीवर के रोगियों को बायोप्सी करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।

उन्होंने घोषणा की कि नर्सों द्वारा रोगी कल्याण समिति में दी गई सेवा अवधि को अनुबंध सेवा का कार्यकाल माना जाएगा जिससे इस पूरे वर्ग को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को निचले स्तर तक सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है तथा सरकार का प्रयास है कि शहरी क्षेत्र में जिस तरह की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं उसी तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज आरम्भ होने से पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होंगी और चिकित्सकों की कमी को पूरी तरह दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्याप्त संख्या में पैरा-मेडिकल स्टाफ की भर्ती की है ताकि प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र में समुचित पैरा-मेडिकल स्टाफ उपलब्ध हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में नवीनतम चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं ताकि मुख्य जांच परीक्षण, अस्पतालों में ही किए जा सकें। मुख्यमंत्री ने नर्सिग एसोसिएशन को सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।

वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर नर्सिंग सेवा के लिए विमला किरण प्राथी और रतन सिंह को ‘लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड’ भी प्रदान किए।