COVID 19

कोरोनावायरस (COVID 19) से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि कोरोनावायरस (COVID 19) से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग एवं चौकस है। आमजन को इसको लेकर भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है इसकी रोकथाम में सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी।
जयपुर में 4 मार्च, 2020  को मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोनावायरस (COVID 19)  से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इटली से आए विदेशी पर्यटकों ( Italian Tourists)के जिस समूह के दो सदस्यों के इस रोग से पीड़ित होने की बात सामने आई है।
ये पर्यटक प्रदेश में जिन जिलों में गए हों वहां के कलक्टरों को एडवाइजरी जारी की जाए। साथ ही जिन होटलों में ये ठहरें हों उनके साथ सम्पर्क में आने वाले होटल स्टॉफ एवं अन्य लोगों की भी स्क्रीनिंग कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी व्यक्ति में कोरोनावायरस (COVID 19)  के लक्षण पाए जाते हैं तो स्क्रीनिंग के साथ ही उसे सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
इस संबंध में केन्द्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोनावायरस (COVID 19)  के लक्षण जिन व्यक्तियों में पाए जाएं उन्हें अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ऎसे व्यक्ति आमजन के सम्पर्क में न आने पाएं।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वे जिला कलक्टरों तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ निरंतर वीडियो कांफ्रेंस कर इस पर मॉनिटरिंग करें। साथ ही सभी जिला अस्पतालों मेंं पर्याप्त आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जाएं।
गहलोत ने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वे बिना भय अथवा चिंता के आवश्यक सावधानियों का पालन करें। भीड़भाड़ में जाने से बचें। लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने बताया कि विदेशी पर्यटकों में पाए गए लक्षणों के चलते एहतियात बरती जा रही हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि इटली से आए पर्यटकों का दल ( Italian Tourists) जिन जिलों में भ्रमण पर रहा, उन जिला कलक्टरों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।