कश्मीर में फिदायीन हमले में 3 जवान शहीद, 2 आतंकवादी ढेर

श्रीनगर, 27 अप्रैल। जम्मू एवं कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में गुरुवार तड़के एक सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमले में तीन जवान शहीद हो गए, जबकि दो हमलावर भी मारे गए हैं। हमले में सात अन्य जवान घायल हुए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शहीद हुए सैन्य अधिकारी की पहचान कानपुर निवासी कैप्टन आयुष यादव (26) के तौर पर हुई है। उनके साथ राजस्थान निवासी सुबेदार भूप सिंह तथा विशाखापट्टनम निवासी नायक बी.वी.रमन्ना भी शहीद हो गए।

रक्षा सूत्रों के मुताबिक, हमले में घायल हुए जवानों को इलाज के लिए विमान से श्रीनगर ले जाया गया। खबरों के मुताबिक, दो जवानों की हालत गंभीर है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आतंकवादी ‘विदेशी’ थे और उनकी पहचान की जा रही है। हमले के दौरान दो आतंकवादी मारे गए, जबकि तीसरा भागने में कामयाब रहा। उसकी तलाश में सघन छापेमारी की जा रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हमला सुबह चार बजे के आसपास हुआ। आतंकियों ने चौकीबल स्थित पंजगांव में बटालियन शिविर को निशाना बनाया। इस क्षेत्र की अहम सड़कों पर यह शिविर सड़कें खोलने के काम की जिम्मेदारी निभाता है।

दिल्ली में सैन्य अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी सैन्य शिविर की फायरिंग रेंज की बाड़ काटकर अंदर घुसे और हमला किया। उन्होंने ग्रेनेड फेंके और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारियों के मुताबिक, कुपवाड़ा जिले के पंजगाम में सेना की नौ से अधिक इकाइयों के शिविर हैं, जो 240,000 वर्गमीटर में फैले हैं।

सैन्य शिविर कुपवाड़ा से लगभग 20 किलोमीटर तथा नियंत्रण रेखा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों को त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) ने रोका, जिसके बाद उनकी आतंकवादियों से 7-10 मिनट तक घमासान मुठभेड़ हुई।

फिदायीन हमलावरों के पास से कम से कम तीन एके 47 एसॉल्ट राइफलें, नौ मैग्जीन, एके 47 के 156 चक्र जिंदा कारतूस, एक चीनी पिस्तौल, पिस्तौल की एक मैग्जीन, एक यूबीजीएल व तीन ग्रेनेड, तीन मैट्रिक्स शीट, दो जीपीएस, एक स्मार्टफोन तथा एक रेडियो सेट बरामद किया गया।

आतंकवादी के शिविर के अंदर छिपने की संभावना के मद्देनजर सेना ने शिविर के अंदर भी एक तलाशी अभियान शुरू किया है।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कश्मीर की स्थिति को लेकर उच्च ​स्तरीय मीटिंग बुलाई है। इसमें गृह मंत्रालय और आईबी के अधिकारी हिस्सा लेंगे। इसमें राज्य में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर चर्चा होनी है।

(फाइल फोटो)