Masood Azhar

UNSC में जैश के प्रमुख अजहर मसूद पर प्रतिबंध लगाने पर विचार

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर मसूद पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर बुधवार विचार करेगा।

भारत के लोगों के दिमाग में यह सवाल बराबर बना हुआ है कि इस मामले में चीन का रवैया क्या रहता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) इस रात मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करती है या नहीं। पिछली बार इस प्रस्ताव पर आपत्तियां उठाई गई थीं।

समिति अपने सदस्यों की सर्वसम्मति से अपने निर्णय लेती है।

सभी की नज़र चीन पर है, जिसने अजहर मसूद  को संयुक्त राष्ट्र (UNSC) द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के लिए भारत की आवाज को दबा दिया था।

अल कायदा प्रतिबंध समिति के लिस्टिंग नियमों के अनुसार यदि निर्धारित अवधि के समाप्त होने से पहले तक कोई आपत्ति नहीं मिलती है तो निर्णय को स्वीकार कर लिया जाएगा। इसका अर्थ है कि मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र (UNSC) द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी बन जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) अज़हर की सम्पत्ति को फ़्रीज़ कर देगी, उसकी यात्राओं पर प्रतिबंध लग जाएगा और हथियार रखने पर रोक लग जाएगी।

इससे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका ने स्पष्ट कहा है कि पाकिस्तान स्थित जैश का प्रमुख मसूद अजहर, संयुक्त राष्ट्र (UNSC) द्वारा वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किए जाने वाले सभी मानदंडों को पूरा करता है।

वाशिंगटन में अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में पत्रकारों से बात करते हुए विदेश विभाग के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पल्लडिनो ने कहा कि आतंकवाद निरोधी प्रयासों पर अमेरिका और भारत एक साथ मिलकर काम करते हैं और इसमें संयुक्त राष्ट्र भी शामिल है।

पिछले हफ्ते  पाकिस्तान ने कम से कम 44 लोगों को गिरफ्तार किया है – जिसमें अजहर का बेटा और बहनोई भी शामिल है।

उल्लेख करना जरूरी है कि पाकिस्तान में स्थित अजहर की JeM ने फरवरी महीने में कश्मीर के पुलवामा में एक आत्मघाती बम विस्फोट की ज़िम्मेदारी ली थी जिसमें कम से कम भारतीय सुरक्षा बलों के 40 जवान मारे गए थे।