Agarbatti

शहरों में खुशबू बिखेर रही हैं गांवों की अगरबत्तियां

भोपाल, 19 जुलाई (जनसमा)।  गांवों की महिलाओं द्वारा बनाई जारही अगरबत्तियां शहरों में भी अपनी खुशबू बिखेर रही हैं।मध्यप्रदेश में ग्रामीण महिलाएं हर महीने 3880 क्विंटल से अधिक अगरबत्ती बना रही है।  शिवपुरी, रीवा, सागर, धार आदि जिलों की अगरबत्ती प्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों के बाजारों में भी अपनी पहचान बनाती जा रही है। ”व्ही टू सी बाजार डॉट कॉम” के माध्यम से आजीविका उत्पादों को डिजीटल प्लेटफॉर्म से वैश्विक बाजार से सीधा जोड़ा गया है।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा स्व-सहायता समूह सदस्यों को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिला सदस्यों द्वारा अगरबत्ती का उत्पादन किया जा रहा है। घर बैठे किये जाने वाला यह काम उनकी अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है।

प्रदेश में 1896 महिलाओं द्वारा अगरबत्ती बनाने का कार्य किया जा रहा है। पैडल एवं ऑटोमेटिक मशीनों से प्रदेश में लगभग 90 क्विंटल प्रतिदिन अगरबत्ती का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश के 24 जिलों के 154 ब्लॉक में 255 अगरबत्ती यूनिट संचालित है। प्रतिमाह लगभग 3880 क्विंटल अगरबत्ती का निर्माण हो रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन परिवारों की महिलाओं द्वारा बनाई जा रही यह अगरबत्ती, पैकिंग, खुशबू के मामले में बहुर्राष्ट्रीय कंपनियों से पीछे नहीं है। आजीविका अगरबत्ती की बाजार में मांग बनी हुई है।