अमरनाथ यात्रा : ऊंचाई पर होने वाली परेशानियों से बचने के उपाय

नई दिल्ली, 18 मार्च (जनसमा)। श्री अमरनाथजी की पवित्र गुफा की यात्रा के दौरान14000 फुट तक की ऊंचाई तक चढ़ाई करनी पड़ती है। यात्री ऊंचाई के कारण बीमार पड़ सकते हैं। ऊंचाई पर होने वाली परेशानियों के लक्षण निम्नलिखित हैं :

भूख न लगना, मतली, उल्टी, थकावट, कमजोरी, चक्कर आना और सोने में कठिनाई, देखने में बाधा, मूत्राश्‍य का ठीक से कार्य न करना, आंतों का ठीक से काम न करना, गतिविधियों में तालमेल न रहना, शरीर के एक हिस्से में लकवा, चेतना का लोप हो जाना और मानसिक स्थिति में बदलाव, सुस्ती, सीने में जकड़न, कंजेशन, तेजी से सांस लेना और हृदय की धड़़कन बढ़ना। यदि ऊंचाई के कारण हुई तकलीफ का फौरन इलाज न हो, वह चंद घंटों में जानलेवा साबित हो सकती है।

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए निम्‍नलिखित स्‍वास्‍थ्‍य परामर्श जारी किया है:

ऊंचाई के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए क्या करें

  1. यात्रा की तैयारी करने के लिए शारीरिक तौर पर चुस्त-दुरूस्‍त रहें – यात्रा से कम से कम एक महीना पहले तैयारी के तौर पर 4-5 किलोमीटर सुबह/शाम की सैर शुरू करने की सलाह दी जाती है।
  2. शरीर की ऑक्सीजन संबंधी दक्षता को बेहतर बनाने के लिए गहरे सांस लेने का अभ्यास और योग, विशेषकर प्राणायाम शुरू कीजिए,
  3. ऊंचाई पर जाने से पहले अपने चिकित्सक से जांच कराएं, कहीं आपको को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी तो नहीं।
  4. ऊंचाई पर चढ़ते समय धीमे चलें और ढलान आने पर कुछ देर आराम करने के लिए रुकिए।
  5. अपनी सामान्य क्षमता से अधिक बल लगाने से बचिए।
  6. विविध स्थानों पर आवश्यक तौर पर आराम के लिए रुकिए, टाइम लॉगिंग सुनिश्चित कीजिए और अगले स्थान की ओर बढ़ते समय डिस्प्लै बोडर्स पर अंकित चलने के आदर्श समय जितना ही वक्त लगाइये।
  7. कोई भी दवा लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लीजिए।
  8. पानी की कमी और सिरदर्द से बचने के लिए खूब पानी पीजिए। एक दिन में लगभग 5 लीटर पानी पीजिए।
  9. यात्रा क्षेत्र में भोजन करते समय श्राइन बोर्ड की वेबसाइट Shriamarnathjishrine.com पर उपलब्ध निर्धारित फूड मेन्यू का अनुसरण कीजिए।
  10. थकान और लो ब्लड शूगर लेवर से बचने के लिए कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में लीजिए।
  11. अपने साथ पोर्टेबल ऑक्सीजन ले जाइए। सांस लेने में तकलीफ होने पर इससे मदद मिलेगी।
  12. ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के लक्षण दिखते ही फौरन निचले स्तर पर उतर आइए।
  13. यदि अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करने के कुछ हफ्ते बाद आपकी स्वास्थ्य में कोई बदलाव आए, तो यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लीजिए।
  14. ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के किसी भी प्रकार के लक्षण या कोई अन्य असुविधा होने पर फौरन नजदीकी चिकित्सा सुविधा से संपर्क कीजिए। चिकित्सा सुविधा हर दो किलोमीटर पर उपलब्ध है।

ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए क्या न करें :

  1. ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के लक्षणों को नजरंदाज न करें
  2. अल्‍कोहल, कैफीन वाले उत्‍पादों का सेवन अथवा धूम्रपान न करें।
  3. यदि आपको ऊंचाई पर पेरशानी हो रही है, तो और ऊंचाई पर मत जाइए, बल्कि फौरन नीचे उतरते उस स्‍थान तक आइए, जहां आपको अनुकूल महसूस हो।
  4. बीमार यात्री की हर बात नहीं मानिए, क्‍योंकि वह सही फैसला नहीं ले पाएगा।