आरएसएस की विचारधारा देशहित में नहीं : नीतीश

पटना, 18 अप्रैल | बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा और कहा कि आरएसएस की विचारधारा देशहित में नहीं है। उन्होंने कहा कि देश को संघ मुक्त बनाने के लिए राजनीतिक दलों को पूर्वाग्रह त्याग कर एक साथ आना होगा।

नीतीश ने पटना में ‘मुख्यमंत्री जनता के दरबार’ कार्यक्रम में भाग लेने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विविधता वाले इस देश में सहिष्णुता और सद्भाव का होना आवश्यक है, परंतु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस मिलकर देश में असहिष्णुता का माहौल बना रहे हैं, जो देश के हित में नहीं है।

उन्होंने कहा कि संघ और भाजपा के विधारधारा का विरोध करने वाले सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना होगा। नीतीश ने भाजपा पर भावनात्मक मुद्दे उठाकर लोगों को असली मुद्दे से ध्यान हटाने का आरोप लगाया और कहा कि देश में व्यापक एकता का वातावरण बनाया जाना चाहिए।

जद (यू) के राज्यसभा सदस्य अनिल सहनी के खिलाफ अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) में कथित धांधली के मामले के आरोप में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी।

उन्होंने कहा, “मैंने नैतिकता के आधार पर सहनी से राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए कहा है। उनपर लगे आरोपों की सफाई में जो भी बातें हैं, वह न्यायालय में रख सकते हैं। कानून और संसद से बड़ा कोई नहीं है।”

बिहार में शराबबंदी के बारे में उन्होंने कहा कि राज्य को शराबमुक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्घ है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से राज्य के लोग खुश हैं।

(आईएएनएस)