उच्चस्तरीय बैठक में कश्मीर का प्रतिनिधि क्यों नहीं : उमर

नई दिल्ली, 12 जुलाई | नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने जम्मू एवं कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में राज्य के किसी प्रतिनिधि को न बुलाने पर मंगलवार को सवाल उठाया है। अब्दुल्ला ने एक ट्वीट में कहा कि बैठक में वीडियो कॉन्फरेसिंग के जरिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकती थी।

अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 7आरसीआर में बैठक शुरू होने के तत्काल बाद ट्विटर पर कहा, “महबूबा मुफ्ती का बैठक में शामिल होने के लिए राज्य से न निकलना मुझे समझ मे आता है, लेकिन वीडियो कॉन्फरेंसिग के जरिए क्यों नहीं? राज्य को प्रतिनिधित्व नहीं मिला।”

बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र िंसंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।

अब्दुल्ला ने कहा कि वीडियो लिंक्स की सुविधा होने के बावजूद बैठक में महबूबा मुफ्ती को शामिल करने के लिए कुछ नहीं किया गया।

अब्दुल्ला ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “हम सभी प्रकार की व्यर्थ की चीजों के लिए वीडियो लिंक्स स्थापित करते हैं, लेकिन यहां जहां महबूबा मुफ्ती का शामिल होना महत्वपूर्ण है, वहां कुछ नहीं किया गया।”

सुरक्षाबलों द्वारा शुक्रवार को एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में हिंसा जारी है, जिसमें 32 लोग मारे जा चुके हैं।

–आईएएनएस