उड़ी हमले पर मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक

नई दिल्ली, 19 सितम्बर | जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में राज्य और देश के अन्य भागों की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रघानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग और प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब और गुजरात जैसे राज्यों के सीमावर्ती इलाकों के जमीनी हालात पर विचार-विमर्श किया गया।

सूत्र ने कहा कि बैठक में प्रधानमंत्री को आतंकवादियों द्वारा आग लगाने वाले गोले बारूद के इस्तेमाल के बारे में भी बताया गया। इस तरह के गोले बारूद केवल सैन्य प्रतिष्ठानों के पास से ही मिल सकते हैं।

पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने रविवार को कहा था कि आग लगाने वाले गोला बारूद का होना ‘केवल इस बात की पुष्टि करता है कि हमला पाकिस्तानी प्रतिष्ठान द्वारा प्रायोजित और समर्थित था।’

इस बैठक से पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक अन्य बैठक में सीमा और नियंत्रण रेखा की स्थिति की समीक्षा की।

राजनाथ की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में गृह मंत्रालय के अधिकारियों को पंजाब और गुजरात के साथ भी समन्वय बनाने के निर्देश दिए गए।

पंजाब के सीमावर्ती जिले गुरदासपुर और पठानकोट को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है।

भारत ने रविवार की सुबह हुए हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि दोषियों को सजा दी जाएगी।