उ.प्र. में चिकित्सक गांव-गांव घूमकर करेंगे इलाज

लखनऊ, 06 जनवरी। उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार जनता को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की एक अनूठी पहल करने वाली है। प्रदेश सरकार गांव में रहने वाले लोगों को इलाज मुहैया कराने के उद्देश्य से मेडिकल मोबाइल यूनिट (एमएमयू) योजना शुरू करने की फिराक में हैं। इस योजना के तहत मेडिकल वैन में बैठकर चिकित्सकों की टीम गांव-गांव में पहुंचकर इलाज करेगी और छोटी-मोटी जांचें भी मौके पर ही कर देगी।

यह योजना अभी आगामी मार्च से प्रदेश के 36 जिलों में शुरू की जायेगी। गौरतलब हो कि कि पिछली मायावती सरकार में भी इसी तरह की योजना चलाई जा चुकी है।

एमएमयू योजना प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई जायेगी। जिससे गांवों में निर्धन लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। रोगी के इलाज के बाद उसकी जांच भी वहीं हो जाएगी। मेडिकल मोबाइल यूनिट चलाने का जिम्मा नेशनल हेल्थ मिशन के पास है। एएमयू के सदस्य गर्भवती महिलाओं को खानपान व पोषण के लिए जागरूक भी करेंगे। इसमें सभी जांच व इलाज मुफ्त कराया जाएगा ।

विदित हो कि मेडिकल मोबाइल यूनिट एक महीने में प्रत्येक गांव में एक बार चक्कर लगाएगी। मार्च माह से शुरू हो रहे एएमयू के सदस्य सभी गांवों में इलाज के बाद जरूरी जांच भी उपलब्ध कराएंगे। पहले चरण में 36 जिलों में 170 मेडिकल मोबाइल यूनिट तैनात होगी। जिस गांव से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दूर होंगे, वहां एएमयू के तैनाती को प्राथमिकता दी जाएगी। 36 जिलों में 30 जिले वह हैं जहां अभी भी चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। 6 जिलों में बेहतर सुविधाएं बेहतर होने के बावजूद इसने सुदृढीकरण को प्राथमिकता दी जाएगी।

इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विस के डिप्टी जनरल मैनेजर डॉ. पीके श्रीवास्तव ने बताया कि मेडिकल मोबाइल यूनिट के संचालन से गांव के निर्धन परिवारों एक ही जगह तुरंत इलाज व जांच की सुविधा मिलेगी। अभी एमएमयू 36 जिलों में चलाए जाएंगे। इस यूनिट में एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती भी होगी। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत चलने वाले यूनिट में सभी तरह के इलाज व जांच तुरंत हैं।

चिकित्सक समेत 5 पैराोडिकल स्टाफ की तैनाती

मेडिकल मोबाइल यूनिट में एक एमबीबीएस डॉक्टर, एक नर्स, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक लैब अटेंडेंट, एक फॉर्मासिस्ट , एक हेल्पर व एक ड्राइवर होगा। एक यूनिट में दो वैन होंगी जिनमें एक में मेडिकल स्टाफ होगा, जबकि दूसरे वैन में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी मशीन लगी होंगी। इसके अलावा उपकरणों को संचालित करने के लिए जनरेटर भी लगा होगा।

नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से चलाए जा रहे मेडिकल मोबाइल यूनिट इलाज व जांच कराने वाले रोगियों से कोई सुविधा शुल्क नहीं लिया जाएगा। वहीं दवाएं भी मुफ्त में मुहैया कराई जाएंगी। दवाओं में एंटीबायोटिक, एंटी फंगल, जनरल मेडिसिन आई एंड ईयर ड्रॉप उपलब्ध होंगे। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को खानपान व पोषण के लिए जागरूक भी किया जाएगा।

गांवों में निर्धन महिलाओं को दवाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। एएमयू में सभी तरह के टीका भी उपलब्ध होंगे। सरकार की ओर से चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान को इससे बल मिलेगा। मेडिकल मोबाइल यूनिट में आंतो की भी जांच होगी।