जसवंत सिंह

भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक जसवंत सिंह का निधन

नई दिल्ली, 27 नवंबर। पूर्व रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक नेता जसवंत सिंह का निधन हो गया है।

वह 82 साल के थे। उनका जन्म 3 जनवरी, 1938 को हुआ था। वह भारतीय सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी थे।

स्व. जसवंत सिंह भाजपा के उन नेताओं में थे जो सबसे लंबे समय तक सांसद रहे। वह 1980 से 2014 के बीच संसद के दोनों सदनों में से किसी एक के सदस्य रहे थे।

स्व. जसवंत सिंह ने 2004 से 2009 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया था।

उन्होंने राजस्थान में बीजेपी को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए एक ट्वीट में लिखा  ‘जसवंत सिंह जी ने हमारे देश की सेवा पूरी मेहनत से की। पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और बाहरी मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी, उनके निधन से दुखी हूं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी एक ट्वीट में लिखा ‘भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई जिम्मेदारियों के साथ देश की सेवा की।

जसवंत सिंह भाजपा के टिकट पर पांच बार राज्यसभा (1980, 1986, 1998, 1999, 2004) और चार बार (1990, 1991, 1996, 2009) लोकसभा के लिए चुने गए थे।

जसवंत सिंह, वाजपेयी मंत्रिमण्डल में वित्त, विदेश और रक्षा मंत्री रहे थे।

वे कूटनीतिक मामलों के भी विशेषज्ञ थे और इसीलिए अटल जी ने पोखरण परमाणु विस्फोट के बाद उन्हे अमरीका से मसलों को सुलझाने के लिए कहा था और इसमें उन्होंने सफलता पाई थी।

वे भारत की जमीनी आर्थिक स्थिति को भी समझते थे और इसीलिए उन्हें दो बार याजना आयोग के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।