महाराष्ट्र में भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित

महाराष्ट्र में भारी बारिश

चिपलून बस स्टैंड पूरी तरह पानी में डूबा

महाराष्ट्र (Maharashtra)  में  भारी बारिश (very heavy rain) के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होगया है और शहरों और गांवों की सड़कें और गलियों में भारी जल जमाव हो गया है। महाराष्ट्र के पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी सहित दक्षिणी तटीय इलाकों में लगातार भारी बारिश हो रही हैं।

प्रशासन राहत और बचाव के काम में लगा हुआ है और दूर दराज के इलाकों में खाने के पैकेट पहुंचाने की तैयारी में है।

मौसम विभाग ने  24 जुलाई तक पुणे (Pune), रायगढ़ (Raigad), रत्नागिरी (Ratnagiri), तटीय महाराष्ट्र में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड कैटेगरी की चेतावनी (Red  category warning) जारी किया है।

महाराष्ट्र के सीएम उद्धव बालासाहेब ठाकरे (Uddhav Thackery) ने पिछले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश के कारण रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक की है।

महाराष्ट्र में  भारी बारिश के कारण  के कोंकण क्षेत्र में पुणे, रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और सरकारी तंत्र प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगा हुआ है।

भारी बारिश के बाद रत्नागिरी में चिपलून बस स्टैंड (Chiplun bus stand) अब पूरी तरह पानी में डूब गया है। कल्याण में भी वालधूनी नदी के किनारे के घर पानी में डूब गए हैं।

अंबरनाथ से आगे बदलापुर, वंगानी, कर्जत, खोपोली आदि इलाके की सड़कें और रेल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। समाचार है कि वंगानी और उम्बरमाली के पास रेल पटरियां बह गई।

मुंबई गोवा हाईवे पर दोनों तरफ पानी भर गया। परशुराम घाट पर भूस्खलन से तीन लोगों के मौत की खबर है।
भारी बारिश के कारण ठाणे में भीषण जल-जमाव हो गया है।

अधिकारियों ने कहा कि मुंबई से सटे महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों में रात और गुरुवार सुबह भारी बारिश हुई, जिससे विभिन्न स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात हो गए एवं ट्रेन सेवाएं बाधित हुई हैं। कई गांवों में पानी भर गया है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को फंसे हुए सैकड़ों लोगों को बचाने के लिए लगाया गया है।

कसारा के पास उम्बरमाली स्टेशन पर रेल की पटरियां और प्लेटफॉर्म पर पानी भर गया है।

कोल्हापुर, रत्नागिरी और सतारा जिलों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ का पानी बाजारों और घरों समेत निचले इलाकों में घुस गया है। नदियों के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।