वैज्ञानिक समुदाय

वैज्ञानिक समुदाय ऊर्जा जरूरतों से जुड़े इनोवेशन करें

वैज्ञानिक समुदाय ऊर्जा जरूरतों से जुड़े इनोवेशन करता है तो इससे देश को काफी फायदा होगा। भारत की ऊर्जा जरूरतें लगातार बढ़ने वाली हैं।

यह परामर्श प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए भारतीय वैज्ञानिकों को दिया।

वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्‍यम से 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए आज 3 जनवरी , 2022 को उन्होंने यह भी कहा कि देश हाइड्रोजन ऊर्जा की अपार संभावनाओं के लिए राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन पर काम कर रहा है। इसे सफल बनाने के लिए यह आवश्यक है कि इलेक्ट्रोलाइजर जैसे विभिन्न आवश्यक पुर्जे देश में ही बनाए जाएं।

वैज्ञानिक समुदाय से उन्होंने यह भी कहा कि साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से वर्ल्ड के Top Countries में शामिल हो रहा है। 2015 तक हम 130 देशों की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें नंबर पर थे। लेकिन, 2022 में हम छलांग लगाकर 40वें नंबर पर पहुँच गए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत, PhDs के मामले में दुनिया में टॉप-3 देशों में है। आज भारत स्टार्ट अप ecosystem के मामले में दुनिया के टॉप-3 देशों में है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी भारत को G-20 समूह की अध्यक्षता की ज़िम्मेदारी मिली है। G-20 के प्रमुख विषयों में भी women led development एक बड़ी प्राथमिकता का विषय है।

उन्होंने कहा कि बीते 8 वर्षों में भारत ने गवर्नेंस से लेकर सोसाइटी और इकॉनमी तक, इस दिशा में कई ऐसे असाधारण काम किए हैं, जिनकी आज चर्चा हो रही है। बीते 8 वर्षों में Extramural research and development में महिलाओं की भागीदारी दोगुनी हुई है।

भाषण की खास बातें
आज दुनिया में AI, AR और VR की बात हो रही है। हमें इन विषयों को अपनी priorities में शामिल रखना होगा। सेमीकंडक्टर चिप्स की दिशा में देश कई बड़े कदम उठा रहा है। समय के साथ सेमीकंडक्टर चिप्स में भी नए इनोवेशन्स की जरूरत होगी। क्यों न हम देश के सेमीकंडक्टर push को अभी से future ready बनाने की दिशा में सोचें। देश इन areas में इनीशियेटिव लेगा, तभी हम इंडस्ट्री 4.0 को नेतृत्व देने में सक्षम होंगे।

आज भारत क्वांटम फ्रंटियर के तौर पर दुनियाभर में अपनी पहचान बना रहा है। क्वांटम कंप्यूटर्स, क्वांटम केमिस्ट्री, क्वांटम कम्युनिकेशन, क्वांटम सेंसर्स, क्वांटम क्रिप्टोग्राफी और new materials की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। मैं चाहूंगा कि हमारे यंग रिसर्चर्स और साइंटिस्ट क्वांटम के क्षेत्र में expertise हासिल करें और इस फील्ड के लीडर बनें।