Rescue work is being carried out rapidly

सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए बचाव का काम जारी

सिल्कयारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए बचाव का काम तेज़ी से किया जारहा है और उम्मीद है की गुरुवार की सुबह तक अच्छी खबर मिल जाय।
देहरादून, 22 नवंबर। उत्तराखंड में ध्वस्त सिल्कयारा सुरंग ((Uttarkashi Silkyara tunnel) ) के अंदर 41 कामगार फंसे हुए हैं और उनके बचाव प्रयास बुधवार को भी जारी रहे। इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द ही पूरी होने की उम्मीद बढ़ी है।
इंजीनियर मलबे में स्टील पाइप डालने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं। पाइप कुल 62 मीटर अंदर तक डाला जाना है अर्थात 23 मीटर शेष है।

डॉ. नीरज खैरवाल, सचिव उत्तराखंड शासन ने बताया कि सभी एजेंसियां आपसी समन्वय और तत्परता के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन का काम कर रही है। बहुत ही सावधानी और जिम्मेदारियों के साथ श्रमिकों को खाद्य सामाग्री भेजी जा रही है।
”सिल्कयारा टनल में चल रहे बचाव अभियान में तेजी से काम किया जा रहा है, मैं इस संबंध में लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं। ऑगर मशीन से दोबारा काम शुरू कर कुल 45 मीटर ड्रिलिंग का काम पूरा कर लिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा खरीदे गए उपकरणों के माध्यम से ऊर्ध्वाधर और क्षैतिज दोनों ड्रिलिंग विकल्पों को अपनाया जा रहा है, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की एक सोशल मीडिया पोस्ट पढ़ी गई।
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार बचाव दल 39 मीटर तक स्टील पाइप डाल चुके है। पाइप एक मीटर से थोड़ा कम चौड़ा है और मज़दूरों तक पहुँचाने के बाद सुरंग में फंसे हुए श्रमिक रेंगकर बाहर निकल सकेंगे।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से फंसे हुए मजदूरों के लिए ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सभी की डॉक्टरों से बात करायी जा रही है।
श्रमिकों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनकी मनोचिकित्सक से बात भी कराई जा रही है।
सुरंग के प्रवेश द्वार के पास एम्बुलेंस कड़ी ताकि बहार निकलने पर श्रमिकों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया जा सके। बुधवार को चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों वाला अस्पताल भी तैयार किया गया।
योजनाबद्ध पाइप बचाव विधि के काम न करने की स्थिति में अधूरी सुरंग के दूर के छोर से ब्लास्टिंग और ड्रिलिंग भी शुरू हो गई है। हालाँकि इसमें लगभग आधा किलोमीटर की खुदाई शामिल है। ठीक ऊपर एक जोखिम भरे वर्टिकल शाफ्ट की भी तैयारी की गई है।

उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में आज 4 बजे अस्थाई मीडिया सेंटर में प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखण्ड सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने प्रेस ब्रीफिंग की।

इस दौरान उन्होंने बताया कि ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है जिससे 6 मीटर ड्रिलिंग में और सफलता मिली है।अब तक कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय हम सब के लिए और अधिक महत्वपूर्ण होने वाला है।

इस दौरान NHIDCL के एम.डी. महमूद अहमद, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तथा सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी मौजूद रहे।