स्मृति वन

स्मृति वन, भारत का सबसे बड़ा स्मारक और संग्रहालय

स्मृति वन का निर्माण कच्छ के भुज शहर में 26 जनवरी, 2001 के दिन भूकंप का शिकार बने नागरिकों की याद किया गया है।

स्मृति वन का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 अगस्त, 2022 को किया था।

बीते चार महीनों की अवधि में ही 2 लाख 80 हजार लोग इस स्मारक को देख चुके हैं जबकि इसी दौरान संग्रहालय को देखने के लिए 1 लाख 10 हजार से अधिक लोग पहुंचे।

स्मृति वन भुजिया डूंगर पर 470 एकड़ क्षेत्र में बना है। यहां दुनिया का सबसे विशाल मियावाकी जंगल है जिसमें 3 लाख पेड़ लगे हैं। इसके अलावा, यहां 50 चेकडैम हैं, जिसकी दीवारों पर श्रद्धांजलि के रूप में 12,932 पीड़ित नागरिकों के नाम उकेरे गए हैं।

स्मृति वन के अन्य आकर्षणों में सन पॉइंट (उगते सूर्य को देखने का स्थान), 8 किमी लंबा ओवरऑल पाथ-वे, 1.2 किमी आंतरिक सड़क, 1 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट, 3 हजार आगंतुकों के लिए पार्किंग सुविधा, 300 वर्ष से अधिक पुराने किले का नवीनीकरण, 3 लाख पौधारोपण, समूचे क्षेत्र में इलेक्ट्रिक लाइटिंग और 11,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले भूकंप को समर्पित संग्रहालय का समावेश होता है।

कई दिग्गजों ने भुजिया डूंगर (पहाड़ी) पर बने इस संग्रहालय की प्रशंसा की है। इसमें प्रसिद्ध राजनेता, सशस्त्र बलों के अधिकारी, सफल सीईओ, क्रिकेटर, अभिनेता, पूर्व मुख्यमंत्री, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर सहित अन्य महानुभाव शामिल हैं।

भूकंप का अनुभव करने के लिए विशेष थियेटर
भूकंप का अनुभव करने के लिए एक विशेष थियेटर का निर्माण किया गया है। यहां कंपन तथा ध्वनि एवं प्रकाश के संयोजन से एक विशेष परिस्थिति का अनुभव कराया जाता है। 360 डिग्री पर प्रोजेक्शन की मदद से 2001 में आए भूकंप की अनुभूति की जा सकती है।

संग्रहालय में कुल 8 ब्लॉक हैं, जिन्हें पुनर्जन्म, पुनः खोज, पुनर्स्थापना, पुनर्निर्माण, पुनर्विचार, पुनर्जीवन और नवीनीकरण नाम दिया गया है।

यहां ऐतिहासिक हड़प्पा सभ्यता की बस्तियों, भूकंप से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी, गुजरात की कला और संस्कृति, चक्रवात का विज्ञान, रियल टाइम आपातकालीन स्थिति के संबंध में कंट्रोल रूम द्वारा सलाह एवं सुझाव और भूकंप के बाद भुज की सफलता गाथाओं एवं राज्य की विकास यात्रा को वर्कशॉप एवं प्रेजेंटेशन के माध्यम से दर्शाया गया है।
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