Mann ki baat

अंतरिक्ष में 104 उपग्रह प्रक्षेपित कर इतिहास रच दिया : मोदी

नई दिल्ली, 26 फरवरी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सराहना की और कहा कि देश को इसरो की उपलब्धियों पर गर्व है। मोदी ने अपने 29वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, “भारत ने 15 फरवरी को अंतरिक्ष में एक साथ 104 उपग्रह सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने वाला पहला देश बनकर इतिहास रच दिया। यह भारत के लिए बेहद गर्व का दिन है।”

उन्होंने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों ने देश का मान बढ़ाया है, जिसकी पूरी दुनिया गवाह है। पिछले कुछ सालों में इसरो ने कई अप्रत्याशित अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।”

फोटो सौजन्य आकाशवाणी

मोदी ने कहा, “यह केवल इसरो के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “पूरी दुनिया ने भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता की दिल खोलकर प्रशंसा की है।”

मोदी ने कहा कि 104 उपग्रहों में से एक काटरेसैट 2डी खासतौर पर किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

मोदी ने कहा, “किसानों के लिए यह नया उपग्रह कई मामलों में बेहद लाभदायक रहेगा, जैसे कि हमारे जलस्रोतों में कितना पानी बचा है, इसे किस प्रकार सबसे बेहतरीन ढंग से इस्तेमाल किया जा सकता है, इस बारे में किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।”

आकाशवाणी के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा बैलिस्‍टिक इंटरसेप्‍टर मिसाइल के सफलतापूर्वक प्रक्षेपण से भारत रक्षा क्षेत्र में नई ऊंचाई तक पहुंचा है। प्रधानमंत्री ने भारतीय वैज्ञानिकों को इसके लिए बधाई दी। यह मिसाइल दो हजार किलोमीटर की दूरी से भी शत्रु देश के मिसाइल को हवा में निशाना बना सकती है और उसे नष्‍ट कर सकती है।

इंटरसेप्‍टर टेक्‍नॉलोजी वाले इस मिसाइल ने अपने ट्रायल के दौरान जमीन से करीब-करीब 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर दुश्‍मन की मिसाइल को ढेर करके सफलता अंकित कर दी है। सुरक्षा के क्षेत्र में यह बहुत ही महत्‍वपूर्ण सिद्धि है और आपको जान करके खुशी होगी दुनिया के मुश्किल से 4 या 5 ही देश है जिन्‍हें ये महारत हासिल है।

मोदी ने कहा कि देश को और अधिक वैज्ञानिकों की जरूरत है। इसके लिए बच्‍चों में स्‍कूल स्‍तर से ही विज्ञान विषयों में रूचि विकसित करनी होगी। उन्‍होंने महात्‍मा गांधी के कथन का हवाला दिया कि कोई भी विज्ञान आकाश से नहीं उतरा है बल्‍कि सभी अनुभव से विकसित हुए हैं।

आज का वैज्ञानिक आने वाली पीढि़यों के जीवन में स्‍थायी बदलाव का कारण बनता है। महात्‍मा गांधी कहा करते थे -नो साइंस हैज डॉप्‍ड्ड फ्रोम द स्‍काईस इन ए परफेक्‍ट फ्रोम। ऑल साइंसस डिवेलोप एंड आर बिल्‍ट अप थ्रो एक्‍सपीरियंस। पूज्‍य बापू ने ये भी कहा था-आई हैव नथिंग बट प्रेज़ फॉर द ज़ील, इंडस्‍ट्री एंड सैक्रिफाइस दैट हैव ऐनिमेटिड द मॉर्डन साइंटिस्‍ट इन द परस्‍यूट आफ्टर ट्रूथ।

प्रधानमंत्री ने हाल में 14वें प्रवासी भारतीय दिवस का उल्‍लेख किया जिसमें नवाचार को बढ़ावा देने की विशेष प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। उन्‍होंने मछुआरों के लिए उपयोगी मोबाइल एप की भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश तेजी से डिजिटल लेन-देन अपना रहा है। सरकार ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढावा देने के लिए डिजिधन जैसी योजनाएं शुरू की हैं। प्रधानमंत्री ने प्रत्‍येक नागरिक विशेषकर युवाओं से कहा कि वे डिजिटल अर्थव्यवस्था के दूत के रूप में काम करें और भ्रष्टाचार तथा काले धन के खिलाफ संघर्ष का नेतृत्व करें। डॉक्‍टर भीम राव आम्‍बेडकर की 125वीं जयन्‍ती का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रत्‍येक युवा से कम से कम एक सौ 25 लोगों को भीम एप की जानकारी देने को कहा।
इस बार की बाबा साहेब अम्‍बेडकर की जयंती और भीमऐप इसको विशेष महत्‍व दें। इसलिए मैं कहना चाहूंगा डॉ. बाबा साहब ने रखी नींव को हमें मजबूत बनाना है। घर-घर जाकर सबको जोड़कर 125 करोड़ हाथों तक भीमऐप पहुंचाना है।

मोदी ने इस वर्ष 27 सौ लाख टन अनाज के रिकॉर्ड उत्पादन पर प्रसन्नता व्यक्त की । उन्होंने कहा कि यह पिछले रिकॉर्ड से आठ प्रतिशत ज्यादा है।

अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आन्‍दोलन तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि अब यह सरकारी कार्यक्रम न रहकर जन शिक्षा और सामाजिक जागरूकता का अभियान बन गया है। उन्‍होंने कहा कि कुड्डलूर जिला प्रशासन ने एक विशेष अभियान के तहत बाल विवाह को प्रतिबंधित कर दिया है और सुकन्‍या समृद्धि योजना के तहत खाते खोले हैं।

अब तक करीब 175 से ज्‍यादा बाल विवाह रोके जा चुके हैं। जिला प्रशासन ने सुकन्‍या समृद्धि योजना के अंतर्गत करीब-करीब 55-60 हजार से ज्‍यादा बेटियों के बैंक अकाउंट खोले हैं। जम्‍मू-कश्‍मीर के कठुवा जिले में कन्‍वर्जन्‍स मॉडल के तहत समस्‍त विभागों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में जोड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने स्‍वच्‍छता अभियान और इसकी जागरूकता फैलाने में सहभागिता के लिए, समाज, विभिन्‍न संगठनों, एजेंसियों, सरकार और व्‍यक्तिगत प्रयासों पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की।

मोदी ने कहा कि दोहरे शौचालय-गड्ढे वाली व्‍यवस्‍था, लोगों के लिए सुविधाजनक होगी क्‍योंकि इसे आसानी से खाली करके पुन: उपयोग में लाया जा सकता है। 6 बार महीनों में पीट में जमा कचरा पूरी तरह से डी-कम्‍पोज्‍ड हो जाता है। यह डी-कम्‍पोज्‍ड कचरा हैंडल करने में बहुत ही सुरक्षित होता है और खाद की दृष्टि से अत्‍यंत महत्‍पूर्ण खाद एनपीके किसान भली-भांति एनपीके से परिचित है नाइट्रोजन, फॉसफोरस, पोटेशियम। ये पोषक तत्‍वों से पूर्ण होता है। यह कृषि क्षेत्र में बहुत ही उत्‍तम खाद माना जाता है।

मोदी ने विभिन्‍न मंत्रालयों की भी सराहना की जो स्‍वच्‍छता-पखवाड़े के तहत सफाई-अभियान आगे बढ़ा रहे हैं।
श्री मोदी ने हाल में ट्वेन्‍टी-ट्वेन्‍टी विश्‍वकप जीतने वाली भारतीय दृष्‍टि बाधित क्रिकेट टीम को बधाई दी। उन्‍होंने एशियाई रगबी सेवन्‍स ट्राफी प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला टीम के सदस्‍यों को भी बधाई दी।