COVID-19

देश की प्रयोगशालाओं में कोविड-19 के 20 लाख नमूनों की जांच की गई

— नीति गोपेंद्र भट्ट— अब तक देश की 500 से अधिक प्रयोगशालाओं में कोविड-19 (COVID-19)  के करीब 20 लाख नमूनों की जांच (Tested) की गई है। इनमें 359 राजकीय और 145 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने कोबास-6800 ( COBAS-6800) कोविड जांच मशीन राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि देश ने प्रतिदिन कोविड-19 के एक लाख नमूनों की जांच की क्षमता हासिल कर ली है।

डॉ हर्ष वर्धन (Dr Harsh vardhan) ने  नई दिल्ली में बृहस्पतिवार 14 मई, 2020 को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) का दौरा करते हुए कहा कि ये कोबास-6800 ( COBAS-6800) ऐसी पहली जांच की मशीन है जिसे सरकार ने कोविड-19 की जांच के लिए खरीदकर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र में लगाया है।

डॉ हर्ष वर्धन ने एनसीडीसी के नियंत्रण कक्ष और जांच प्रयोगशाला का निरीक्षण किया और कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि एनसीडीसी के पास अब स्वचालित, अतिउन्नत और रियल टाइम में कोविड-19 की जांच करने वाली कोबास 6800 मशीन है जिसे राष्ट्र की सेवा में यहां लगाया गया है।

यह मशीन  24 घंटे में COVID-19 के लगभग 1200 नमूनों की हाई थ्रू पुट के जरिए गुणवत्तापूर्ण हाई वाल्यूम जांच करेगी।

इससे कोविड-19 की जांच की क्षमता बहुत अधिक बढ़ेगी और जांच के लिए बकाया नमूनों की संख्या कम होगी।

उन्होंने कहा कि इस मशीन की जांच प्रक्रिया में किसी व्यक्ति की सेवा की आवश्यकता नहीं होगी और इस पर रिमोट से भी निगरानी की जा सकती है।

इस अति उन्नत मशीन की अन्य विशेषताओं का जिक्र करते हुए डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि रोबोट द्वारा संचालित इस संवेदनशील मशीन से संक्रमण के खतरों से भी बचा जा सकेगा।

इस मशीन के द्वारा जांच के लिए न्यूनतम बीएसएल2+ स्तर के आवश्यकता होगी। इसके द्वारा अन्य रोगों जैसे वायरल हेपेटाइटिस बी और सी, एचआईवी, एमटीबी, पापीलोमा, सीएमवी, क्लेमीडिया, नॉजिया आदि की जांच भी संभव हो सकेगी।

यह मशीन सुविधाजनक है और इसे किसी भी स्थान पर लगाया जा सकता है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामुदायिक निगरानी और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के काम की गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए।

केंद्रीय मंत्री ने  यह भी कहा कि देश के विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू में भर्ती कोविड-19 के रोगी 3 प्रतिशत आईसीयू में, 0.39 प्रतिशत वेंटिलेटर पर और 2.7 प्रतिशत आक्सीजन पर हैं।