महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे हुए सभी यात्रियों को बचा लिया गया

Mahalaxmi Expressमहाराष्ट्र में, मुंबई-कोल्हापुर महालक्ष्मी एक्सप्रेस (Mahalaxmi Express) में फंसे हुए सभी यात्रियों को बचा लिया गया है।

कल 26 जुलाई को रात ठाणे जिले में कल्याण के पास बदलापुर और वांगणी के बीच पटरियों पर पानी भर जाने के कारण महालक्ष्मी एक्सप्रेस (Mahalaxmi Express) ट्रेन के अंदर लगभग 700 यात्री फंस गए थे।

मुंबई और कोल्हापुर के बीच चलने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस (Mahalaxmi Express) शनिवार 27 जुलाई को सुबह से लगभग 900 यात्रियों और रेल कर्मचारियों के साथ पटरियों पर पानी भरने के कारण बदलापुर और वांगानी रेलवे स्टेशन के बीच फंसी हुई थी।

TV photo : Mahalaxmi Express

सुबह लगभग 8.50 बजे महालक्ष्मी एक्सप्रेस (Mahalaxmi Express) के पटरियों पर पानी जमा हो जाने के कारण फंस जाने की घटना की जानकारी मिलते ही गृह मंत्रालय ने तुरंत 09 नौकाओं और अन्य आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ मुंबई और पुणे से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 02 टीम को तैनात किया।

महालक्ष्मी एक्सप्रेस (Mahalaxmi Express) में फंसे हुए यात्रियों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगभग 09.40 बजे घटनास्थल पर पहुंची। उसी समय गृह मंत्रालय के अनुरोध पर रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने बचाव अभियान के लिए तुरंत नौसेना और वायु सेना की टीमों को तैनात किया।

नौसेना दल विशेषज्ञ गोताखोरों के साथ स्थल पर पहुंचे।

बचाव अभियान में सहायता के लिए दो एमआई -17 भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को भी कार्य में लगाया गया। 130 प्रशिक्षित कर्मचारियों, भोजन पैकेज, पानी और बचाव सामग्री के साथ सेना की दो टुकड़ियां भी तैनात की गई थी।

रेल मंत्रालय ने एक राहत ट्रेन सहित सभी आवश्यक संसाधन जुटाए और यात्रियों को चिकित्सा सहायता और नाश्ता भी उपलब्ध कराया।

पूरी तरह से पानी से भरे सड़कों, कठिन और दुर्गम क्षेत्र के बावजूद एनडीआरएफ और नौसेना की टीमों ने सभी फंसे हुए यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को ट्रेन से सुरक्षित निकाल लिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा स्थिति की पूरी निगरानी की गई। उन्होंने और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने गृह मंत्रालय,एनडीआरएफ, रक्षा मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की, जिसकी बदौलत कम से कम समय में सभी यात्रियों को सफलतापूर्वक बचाया जा सका।

कोल्हापुर तक यात्रियों की आवाजाही के लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक विशेष 19-कोच ट्रेन की व्यवस्था की गई है।