Mathur and Murmu

जम्‍मू-कश्‍मीर और लद्दाख में प्रशासन के नए युग की शुरुआत

जम्‍मू कश्‍मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख (Ladakh) में आज से प्रशासन (administration) के नए युग (New era) की शुरुआत हुई है। जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu Kashmir) को विभाजित करने के पांच अगस्‍त के संसद के फैसले के बाद दो केन्‍द्र शासित प्रदेश अस्तित्‍व में आए।

जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख ((Ladakh) ) के उपराज्यपालों ( Lieutenant Governor)  द्वारा शपथ लिए जाने के बाद केन्द्र शासित प्रदेशों (Union Territory)  की संख्या नौ होगई है। इसके साथ ही भारत में राज्यों की संख्या 28 रह गई है।

आज 31 अक्टूबर, 2019 को लद्दाख के पहले उपराज्‍यपाल के रूप में राधा कृष्‍ण माथुर (Radha Krishna Mathur) को सुबह शपथ दिलाई गई। जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu kashmir) उच्‍च न्‍यायालय की मुख्‍य न्‍यायाधीश गीता मित्‍तल ने लेह स्थित सिंधु संस्‍कृति केन्‍द्र में उन्‍हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर बड़ी संख्‍या में लेह (Leh) और करगिल (Kargil) के प्रमुख नागरिक उपस्थित थे।

इसके बाद न्‍यायमूर्ति मित्‍तल श्रीनगर पहुंची और वहाँ उन्होंने जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu Kashmir) के मनोनीत उप राज्‍यपाल गिरीश चन्‍द्र मुर्मू (Girish Chand Murmu) को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

दोनो केन्द्र शासित प्रदेशों के शपथ ग्रहण समारोह के दिन ही देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्‍लभभाई पटेल की 144वीं जयंती के अवसर पर देश राष्‍ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। सरदार पटेल ने ही 560 से अधिक देशी रियासतों और रजवाडों का भारत में विलय कराने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी।