Modi

जम्‍मू कश्‍मीर में आतंकवाद ने 40 हजार से ज्‍यादा लोगों की जान ली

देश में जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu Kashmir) ही एकमात्र स्‍थान था जहां तीन दशकों में आतंकवाद (Terrorism ) ने करीब-करीब 40 हजार से भी ज्‍यादा लोगों की जान ले ली, मौत के घाट उतार दिया। अनेक माताएं अपने बेटों को खो चुकी हैं, अनेक बहनें अपने भाइयों को खो चुकी हैं, अनेक बच्‍चे अपने माता-पिता को खो चुके हैं।

यह बात प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने गुजरात के केवडिया (Kevadia) में सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कही।

सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144 वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 31 अक्टूबर,2019 को देशवासियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।

उन्होंने कहा कि इस बात की भी खुशी है कि एकता के पुजारी सरदार साहब की जन्‍म-जयंती पर ही लद्दाख, जम्‍मू और कश्‍मीर (jammu Kashmir) अपने उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की ओर मजबूत कदम उठा रहे हैं।

मोदी ने  कहा कि दशकों तक हम भारतीयों के बीच इस Article-370 ने एक अस्‍थाई दीवार बना रखी थी। जो दीवार कश्‍मीर (Kashmir) में अलगाववाद और आतंकवाद बढ़ा रही थी,  अब वो दीवार गिरा दी गई है।

सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्मरण करते हुए मोदी ने कहा कि कभी सरदार पटेल ने कहा था कि अगर कश्‍मीर का मसला उनके पास रहा होता तो उसे सुलझने में इतनी देर नहीं होती। वो देश को आगाह करके गए थे कि जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu Kashmir) का भारत में पूरी तरह एकीकरण ही एकमात्र उपाय है।

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में बीडीसी के चुनावों की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार बीडीसी (Block development council ) के चुनाव हुए और मतदाता पंच-सरपंच होते हैं। अभी पिछले हफ्ते चुनाव हुआ, 98 पर्सेंट पंच-सरपंचों ने वोट डाला। ये भागीदारी अपने-आप में एकता का संदेश है, सरदार साहब का पुण्‍य स्‍मरण है।