CBSE exam

सीबीएसई की परीक्षाएं शुरू, 30 लाख से अधिक विद्यार्थियों में 25 ट्रांसजेंडर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,  सीबीएसई की परीक्षाएं (CBSE exams ) 15 फरवरी,2020 शनिवार से   शुरू होगईं। 30 लाख से अधिक विद्यार्थियों (students) के साथ इस साल 25 ट्रांसजेंडर भी परीक्षा दे रहे हैं।

इस वर्ष कक्षा दसवीं में कुल 188 9878 और कक्षा 12वीं में 120 6893 विद्यार्थी हैं।

सीबीएसई की परीक्षाओं (CBSE exams ) में कक्षा 10 में 788195 लड़कियां,  1101664 लड़के और 19 ट्रांसजेंडर है। जबकि कक्षा 12 में  522819 लड़कियां, 684068 लड़के और 6 ट्रांसजेंडर है।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कहा है कि  बेंच मार्क विकलांगता वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की है।

दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 216 के अनुसार दृष्टिबाधित, डिसलेक्सिक्स, मस्कुलर डिस्ट्राफी, स्पस्टिक, लोकोमीटर इंपेयरमेंट,  बौनापन और अन्य सहित चिल्ड्रन विथ स्पेशल नीड श्रेणियों के तहत अभ्यार्थियों की कुल संख्या भारत में कक्षा 10 में 6844 और कक्षा 12 में 3718 है।

विदेशी विद्यार्थियों में विशिष्ट आवश्यकता वाले विद्यार्थियों की संख्या कक्षा 10 में 216 और कक्षा 12 में 126 है।

सीबीएसई की परीक्षाओं (CBSE exams ) के सुचारू संचालन के लिए बोर्ड ने कक्षा 10 के लिए 5376 और कक्षा 12 के लिए 4983 परीक्षा केंद्र बनाए हैं।

इस साल भारत में कक्षा 10 के लिए विद्यालयों की संख्या 20398 और कक्षा 12 के लिए 13119 है।

विदेश स्थित विद्यालयों में कक्षा 10 के लिए 79 और कक्षा 12 के लिए 72 केंद्र है।

सीबीएसई की परीक्षाओं (CBSE exams ) के कक्षा 10 के लिए विदेश स्थित विद्यालयों की संख्या 193 और कक्षा 12 के लिए 143 है।

सीबीएसई (CBSE) कक्षा 10  के लिए 18 लाख 89 हजार छात्र परीक्षा में बैठ रहे हैं । कक्षा 10 की परीक्षाएं 20 मार्च को समाप्त होंगी।

सीबीएसई (CBSE) कक्षा 12 के लिए 12 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में बैठ रहे हैं। यह 30 मार्च को समाप्त होंगी।

सीबीएसई (CBSE) सचिव अनुराग त्रिपाठी और अध्यक्ष अनीता करवाल ने छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं ।

परीक्षा से एक दिन पहले, सीबीएसई (CBSE) सचिव अनुराग त्रिपाठी ने माता-पिता को एक पत्र लिखा है।

त्रिपाठी ने अपने पत्र में सभी परीक्षार्थियों को शानदार सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।

उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि वे परीक्षा के दौरान तनावग्रस्त न हो। माता पिता से कहा गया है कि वे बच्चों को निरंतर सहयोग करें और मार्गदर्शन दें।

त्रिपाठी ने माता पिता से कहा है कि परिणामों के बारे में चिंता किए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें।

त्रिपाठी ने विश्वास दिलाया है कि संपूर्ण भारत और विदेशों में इन परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए विशेष तैयारी की गई है। यह वास्तव में एक बड़ा कार्य है जिसमें आप सब के निरंतर सहयोग की अपेक्षा है।