CRPF camp

सीआरपीएफ के जवानों ने फिदायीन हमला नाकाम किया, 4 आतंकवादी मारे गए

नई दिल्ली, 05 जून (जनसमा)। सीआरपीएफ के जवानों ने जम्‍मू-कश्‍मीर में  फिदायीन हमला नाकाम किया, 4 आतंकवादी मारे गए। देश सीआरपीएफ विशेषकर सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस को उनकी सतर्कता और अद्वितीय साहस के लिए सलाम करता है।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सुम्‍बल कैंप में सतर्कता और अद्वितीय साहस दिखाने के लिए सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन और जम्‍मू कश्‍मीर पुलिस को बधाई दी।

गृहमंत्री ने एक वक्तव्य में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा ‘’आज तड़के 4:00 बजे हथियारों से लैस फिदायीन आतंकवादियों के समूह ने सीआरपीएफ के सुम्‍बल कैंप के सुरक्षा घेरे को तोड़ने के उद्देश्‍य से शिविर में घूसने का प्रयास किया । फिदायीन आतंकवादी ऑटोमेटिक रायफलों, ग्रेनेड तथा पेट्रोल जैसी ज्‍वलनशील सामग्री से लैस थे। आतंकवादियों द्वारा रखी गई रसद से संकेत मिलता है कि उनका इरादा बड़े पैमाने पर तबाही मचाने का था।

राजनाथ सिंह ने कहा आतंकवादियों के समूह ने बाड़ की तार को काट कर घुसने का प्रयास किया और शिविर में घुसने के लिए संतरी दल पर गोली चलाई। संतरी दल ने सतर्कता के साथ जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से गोली-बारी हुई। इस दौरान आतंकवादियों ने दो दर्जन से अधिक हथगोले फेंके और बचकर भागने का प्रयास किया, लेकिन सीआरपीएफ के जवानों ने पड़ोस के जम्‍मू कश्‍मीर के पुलिस के जवानों के सहयोग से सभी चार आतंकवादियों को मार गिराया। सीआरपीएफ तथा जम्‍मू कश्‍मीर पुलिस के जवानों ने अदम्‍य साहस और वीरता के साथ उनके साजिशों को नाकाम कर दिया और सभी आतंकवादियों को मार गिराया।

मारे गए आतंकवादियों के पास से बड़े पैमाने पर हथगोले, विस्‍फोटक तथा ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए।

सीआरपीएफ जवानों द्वारा पूरी रात जगे रह कड़ी निगरानी रखना और सीआरपीएफ की सहायता में फौरन मुस्‍तैद होने वाले जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के जवानों से प्रेरणा मिलती है। उनके संयुक्‍त प्रयास से सुरक्षा बलों को सम्‍मान मिला है।

देश सीआरपीएफ विशेषकर सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस को उनकी सतर्कता और अद्वितीय साहस के लिए सलाम करता है। कमांडेंट इकबाल अहमद, कंपनी कमांडर शंकरलाल जाट तथा पंकज हल्‍लू, गार्ड कमांडर पंकज कुमार तथा सिपाही के. दिनेश राजा और प्रफुल्‍ल कुमार और सुम्‍बल कैंप में तैनात सभी अधिकारियों और जवानों की उनकी सतर्कता और अद्वितीय बहादुरी को मिसाल के रूप में प्रस्‍तुत किया जाना चाहिए।