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जीएसएलवी-एमके III के सफल प्रक्षेपण पर राष्ट्र को गर्व : राष्ट्रपति

नई दिल्ली,  05 जून (जनसमा)। भारत ने सोमवार को अपने सबसे वजनी जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट को श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष के लिए छोड़ा।  अपने साथ 3,136 किलोग्राम वजनी संचार उपग्रह लेकर गया है, जिसे वह कक्षा में स्थापित करेगा।भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि  राष्ट्र को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर गर्व है।

राष्ट्रपति ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को स्वदेशी जीओसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च वाहन मार्क्स III (जीएसएलवी-एमके III) के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई दी है।

जीएसएलवी-एमके तृतीय भारत द्वारा बनाई गई सबसे बड़ी रॉकेट है और आज तक की सबसे भारी उपग्रहों को ले जाने में सक्षम है।

एक ट्वीट में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सफल लांच के लिए इसरो के समर्पित वैज्ञानिकों को बधाई दी है।